Wednesday, 11 January 2017

होम लोन या अन्ये लोन कैसे और कहाँ से लें




अगर आप होम लोन या किसी भी प्रकार का लोन (ऋण) लेने की सोच रहे हैं, तो ज़रूरी है बैंक से लोन संबंधी सभी ज़रूरी जानकारियां हासिल कर लें. लोन की मासिक क़िस्त (ईएमआई),ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट), प्रक्रिया आदि पहलुओं पर गौर कर लेनी चाहिए, ताकि आप सही निर्णय ले सकें, यहां हम आपको लोन (ऋण) से संबंधित पूरी जानकारी देते है, होम लोन या अन्ये लोन दिलाने में एक्सपर्ट  रेग्रॉब (Regrob) से संपर्क करे, हम आपको किफायती ब्याज दर पर होम लोन या अन्ये लोन प्रोवाइड कृते है |



1) होम लोन या कोई भी लोन (ऋण) लेने से पहले मार्केट रेट की पूरी रिसर्च कर लेनी चाहिए, जैसे- बैंक की ब्याज दर क्या है, लोन की अवधि कितनी होनी चाहिए |

2) आपको किन-किन डॉक्यूमेंट्स की ज़रूरत होगी? महिलाओं को लोन लेने के लिए कोई विशेष ऑफर क्या चल रहा है इत्यादि |

3) आपको लोन (ऋण) ऐसी संपत्ति के आधार पर लेना चाहिए, जिसे आपको भविष्य में बेचने पर मुनाफ़ा मिले|

4) आपको अपनी वार्षिक आय का 5 गुना से ज़्यादा लोन (ऋण) नही लेना चाहिए |

5) लोन (ऋण) लेने में आपको किसी भी तरह की जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए | सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करने के बाद ही आपको कोई निर्णय लेना चाहिए |

6) ओरिजनल दस्तावेज़  की सभी प्रतिलिपियां कराकर तैयार रखनी चाहिए |

7) लोन (ऋण) संबंधी दस्तावेज़ जमा करते समय बैंक एग्ज़ीक्यूटिव को घर-कार आदि के ओरिजनल पेपर्स नहीं देने चाहिए |

8) लोन (ऋण) सम्बंधित दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने से पहले सभी ज़रूरी सूचनाओं को अच्छी तरह से पढ़ना समझना बहुत जरुरी है | किसी भी तरह का संदेह होने पर बैंक एग्ज़ीक्यूटिव से संपर्क करना चाहिए |

9) यदि आप किसी चार्जेस या फी के संबंध में कोई चेक इश्यू कर रहे हैं, तो बैंक के नाम से चेक इश्यू कराये, कि बैंक एग्ज़ीक्यूटिव के नाम पर |

10) दस्तावेज़ जमा करने के बाद, यदि आपका लोन (ऋण) लेने का निर्णय बदलता है, तो तुरंत बैंक को सुचना करनी चाहिए |


एक अवधि के बाद यदि आपको लोन (ऋण) के स्वीकृत या अस्वीकृत होने की सूचना बैंक से नहीं मिलती है, तो तुरंत आपको लोन संबंधित अधिकारी से संपर्क करना चाहिए |



जरुरी जानकारी भरनी चाहिए :-


* लोन (ऋण) एग्रीमेंट की सारी कार्यवाही पूरी करने के बाद और हस्ताक्षर करने से होम लोन या कोई भी लोन (ऋण) लेने के लिए एक साथ एक से अधिक बैंकों में आवेदन नही करना चाहिए |

* लोन (ऋण) लेने से पहले आपको अपने क्रेडिट कार्ड के सभी पुराने बिलों का भुगतान कुछ महीने पहले ही कर देना चाहिए |

* पहले एग्रीमेंट को अच्छी तरह से पढ़ना चाहिए, उसके बाद ही हस्ताक्षर करें |

* होम लोन (ऋण) या कोई अन्ये लोन (ऋण) वेतनभोगी (जॉब करने वाले व्यक्ति) और व्यवसाय (व्यापार) करनेवाले किसी भी व्यक्ति को मिल सकता है |

* यदि आप वेतनभोगी हैं, तो पिछले 2 महीने के बैंक स्टेटमेंट की प्रतिलिपि की आवश्यकता होती है.

* यदि आप सेल्फ एंप्लॉइड हैं, तो कम से कम साल की बैलेंस शीट, प्रॉफिट (लाभ) एंड लॉस (हानि) स्टेटमेंट और एग्रीमेंट की ज़रूरत होती है |

*लोन (ऋण) को चुकाने की अवधि अमूमन - साल तक की होती है. किसी लोन (ऋण) की राशि अधिक होने पर Bank को गारंटर का प्रफ देना होता है |

होम लोन (ऋण) :-


वित्तीय संस्थान या बैंक प्रॉपर्टी/घर की कीमत के 80  % वैल्यू तक ही लोन (ऋण) प्रदान करता हैं |

ज्यातर बैंकों में होम लोन (ऋण) को चुकाने का 20 साल समय तक ही होता है, पर कुछ बैंकों ने इस समय अवधि को बढ़ाकर 30 साल तक भी कर दिया है|

लोन (ऋण) की अवधि बढ़ने से मासिक क़िस्त (ईएमआई) की रकम तो कम होती है, पर अतिरिक्त ब्याज दर चुकाने का नुकसान भी होता है. इसलिए अपने खर्चे बचत को ध्यान में रखकर ही लोन (ऋण) की अवधि का चुनाव करना चाहिए |

*  बैंक अपने क्लाइंट (ग्राहक) को आकर्षित करने के लिए कम ब्याज दर और स्पेशल स्कीम्स के साथ होम लोन (ऋण) की सुविधा उपलब्ध कराते हैं, इसलिए होम लोन लेने से पहले अनुबंध पर लिखे सभी नियम शताँ को अच्छी तरह पढ़ना और समझ लेना चाहिए |

*  विशेष स्कीम्सके बारे में किसी भी प्रकार का संदेह होने पर बैंक के लोन (ऋण) संबंधी अधिकारी से संपर्क करना चाहिए |

होम लोने की डील फाइनल करने से पहले बैंक के अधिकारी से एडमिनिस्ट्रेशन चार्जेस, सर्विस चार्जेस/प्रोसेसिंग फी के बारे में सारी जरुरी जानकारियां प्राप्त कर लेनी चाहिए |

* अपनी वर्तमान नौकरी आय को ध्यान में रखकर ही होम लोन (ऋण) की मासिक क़िस्त (ईएमआई) की राशि तय करनी चाहिए |मासिक क़िस्त (ईएमआई) का भुगतान समय पर करने पर पेनाल्टी भी लग जाती है 

* लोन (ऋण) लेने के लिए पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर पहचान पत्र, पैन कार्ड या पासपोर्ट- इनमें से किसी एक की फोटोकॉपी), इनकम डॉक्यूमेंट्स (पिछले 2 महीने की सैलरी स्लिप, फॉर्म 16  (अगर मासिक वेतन 20 हज़ार रुपए से अधिक है तो), पिछले 3 महीने के बैंक स्टेटमेंट, कंपनी/कार्यालय का पहचान पत्र बैंक में जमा कराने होते हैं. * जबकि व्यवसाय करनेवाले व्यक्ति की होम लोन (ऋण) लेने के लिए पहचान पत्र, रेसिडेंस प्रफ और इनकम डॉक्यूमेंट्स (सेविंग और करंट एकाउंट के पिछले महीने की बैंक स्टेटमेंट, पिछले 2 साल की बैलेंस शीट और प्रॉफिट-एंड-लॉस एकाउंट की कॉपी, पिछले 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी, कॉन्ट्रैक्ट की डिटेल्स आदि) जमा कराने होते हैं.



पर्सनल लोन (ऋण) :-



* हर बैंक के पर्सनल लोन (ऋण) की ब्याज दर भिन-भिन होती है| इसलिए अनेक बैंकों से ब्याज दर के अलावा प्री-पेमेंट चार्जेस, डॉक्यूमेंट्स, एग्रीमेंट के नियम शर्तो के बारे में सारी जानकारियां हासिल करनी चाहिए |

* पर्सनल लोन (ऋण) की ब्याज दर होम लोने या अन्य लोन (ऋण) की तुलना में थोड़ी सी अधिक होती है, इसलिए लोन (ऋण) लेते वक्त उसकी समय-सीमा और मासिक क़िस्त (ईएमआई) को सोच-समझकर तय करना चाहिए |

* लोन (ऋण) को चुकाने की समय अवधि कम से कम रखनी चाहिए | यदि किसी वजह से मासिक क़िस्त (ईएमआई) भर पाये या निर्धारित अवधि तक लोन (ऋण) का भुगतान कर पाये, इन्ही विषयों पर ही सबसे पहले से ही सारी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए |

कार लोन (ऋण) :-


* कार की कीमत तय होने के बाद ही कार लोन (ऋण) के लिए आवेदन करना चाहिए|

* कार लोन (ऋण) को चुकाने की समय अवधि 5 -7  वर्ष तक ही होती है | इसलिए अपनी आय को ध्यान में रखकर ही कार की मासिक क़िस्त (ईएमआई) तय करनी चाहिए |

* लोन (ऋण) आवेदन करने से पहले कार एजेंसी से बैंक की विश्वसनीयता और साख के बारे में पूछताछ करनी चाहिए | उसके पश्चात ही लोन (ऋण) की कार्यवाही शुरू करनी चाहिए |

* बैंक कार की लागत का केवल 90% तक ही लोन (ऋण) मिल सकता  हैं |

* दस्तावेज़ के तौर पर बैंक में आईडी प्रूफ , रेसिडेंस प्रूफ, इनकम डॉक्यूमेंट्स और कार के पेपर्स (परफॉर्मा इंवॉइस, फॉर्म २०, आरसी आदि) जमा कराने होते हैं|

* बैंक में लोन (ऋण) संबंधी दस्तावेज़ों को जमा कराने से पहले कार की इंवॉइस डिटेल्स अच्छी तरह से चेक कर लेनी चाहिए |

* लोन (ऋण) लेते समय इंश्योरेंस (insurence) कवर नोट और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) बैंक के फेवर में ही लेनी चाहिए |

* किसी भी व्यक्ति को नकद भुगतान करने लोन (ऋण) की अवधि अधिक होगी, तो ब्याज भी अधिक देना पड़ेगा |

* डॉक्यूमेंट्स के तौर पर पहचान पत्र, रेसिडेंस प्रफ, सैलरी स्लिप, फॉर्म १६, की बजाय Bank के नाम से क्रॉस्ड या पोस्ट डेटेड चेक दें |


* ऋण से जुड़ी सभी कार्यवाही पूरी होने के बाद बैंक से एनओसी लेना भूलें



अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे
फोन नंबर - +91-9529331331अथवा मेल करे –info@regrob.com

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