महिलाओ को भी मिलता है होम लोन, महिलाओ के लिए योजनाए तो बहुत है लेकिन इस बात की जानकरी सबको नही है
Regrob महिलाओ के लिए भी होम लोन की सुविधा लेकर आये है, महिला होम लोन के लिए विषेस ऑफर लेकर आये है | सरकार भी महिलाओ की उन्नति के लिए बहुत से कदम उठा रही है | हर महिला को खुद की उन्नति करने का हक है |किसे देगी महिलाओं को बैंक लोन :-
ये तो सभी जानते है की महिलाओ को हर जगहों पर बहुत छूट मिलती है, जैसे किसी महिला के नाम कोई ज़मीन या घर कराया जाता है तो उसमे भी छूट मिलती है |
सरकार ने बहुत तरह के लोन महिलाओ के लिए प्रचलित किये है, लेकिन सभी को इस बारे में नही पता, तो यह हम आपको महिलाओ के लोन के बारे में बतायगे |
इसके लिए महिला की आयु 18 साल या उससे अधिक होनी बहुत जरुरी है, महिलाओ का शिक्षित होना भी बहुत जरुरी है। बैंक लोन की सुविधा उन्हीं महिलाओ देता है जिन महिलाओ का बैंक में पहले से अकाउंट हो, इसलिए महिलाओ को बैंक में जाकर अपना अकाउंट चालू करवाना चाहिए |
महिलाओ को बहुत काम ब्याज दर पर बैंक होम लोन प्रदान करता है |
जिस महिला ने होम लोन अप्लाई किया है और उनका बैंक में एकाउंट नहीं है तो बैंक के नियम के अनुसार पहले उन्हें बैंक में एकाउंट खुलवाना होगा और कई महीने तक अकाउंट में एक नियम के तहत मिनिमम बैलेंस मेंटेंन रखना चाहिए।
व्यवसायिक लोन या वी मंगला लोन :-
बैंक महिलाओं को यह लोन मालिकाना हक प्रदान करती है, और पार्टनरशिप फर्म के लिए भी देता है। बैंको नियम के अनुसार यह लोन महिला को तभी देता है जब इससे संबंधित पार्टनशिप व्यवसाय में उसकी पार्टनरशिप कम से कम 51 फीसदी होनी चाहिए।
इस योजना के तहत बैंक अधिकतम पांच लाख रुपए तक का ही लोन देती है। बैंक या फाइनेंसियल कंपनी और मशीनरी के सारे पेपर अपने पास सबूत के रूप में रख लेती है। इस योजना की सबसे महत्पूर्ण बात यह है कि इस योजना में बैंक किसी भी प्रकार के गारंटर की मांग नहीं करता है।
बैंक ने लोन कामकाजी महिलाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया है। इस लोन के अंतरगर्त बैंक महिलाओं को कार, जूलरी, और दुपहिया खरीदने के लिए भी लोन देती है।
ज्यादातर लोन तीन लाख तक का ही होता है, इस लोन की सबसे बड़ी खास बात यह है कि इस लोन पर ब्याज दर साधारण ब्याज दर से एक फीसदी (1%) कम होती है। इसके अलावा महिलाओं के लिए मुफत क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी उपलब्ध कराती है। इसपर महिलाओ को कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ता है।
लोन के साथ इंश्योरेंस कवर भी सुविधा उपलब्ध करती है ताकि किसी अनहोनी की स्थिति में लोन की राशि बीमा से पूरी की जा सके।
महिलाओं की सुविधा के लिए बहुत कुछ है बैंक के खातों में :-
महिलाएं पैसे की बचत करनेके लिए माहिर होती हैं। कम खर्च में घर का खर्च चलाने से लेकर मेहमान नवाजी तक, बच्चों की फीस से लेकर बीमारी तक हर काम आसानी से हो जाए और कुछ पैसे रेनी डेज के लिए भी बचा लेती है| उसके लिए महिलाएं हर संभव कोशिश में लगी रहती हैं। बैंक महिलाओं की बचत की इस आदत को बखूबी जानते हैं। यही वजह है कि अधिक से अधिक महिलाओं को बैंक तक लाने के लिए बैंक ने उनके लिए विशेष एकाउंट से लेकर लोन तक की सुविधाएं दे रहे हैं।
महिलाओ के इमप्रोवमेंट के लिए सरकार बैंकों के साथ मिलकर भी कई योजनाएं चला रही है। जिसमें महिलाओं को जीरो बैलेंस पर एकाउंट खोलने से लेकर अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छुक महिलाओं को लोन उपलब्ध करवाने, एटीएम कार्ड, शॉपिंग, खाने पीने से लेकर मैक्सिमम ट्रांजैक्शन आदि तक की सुविधाएं उपलब्ध करा ही रही है साथ ही बच्चों के लिए एकाउंट खोलने की सुविधा दे रही है। अधिक से अधिक महिलाएं बैंक की इन योजनाओं के बारे में जानें और इन योजनाओं का लाभ उनतक पहुंचे इसके लिए जागरूकताा कैंपेन भी चलाती रहती है। बैंक इन योजनाओं का नाम भी महिलाओं के नाम पर ही चला रही है। लेकिन क्या सचमुच इन सभी सुविधाओं का फायदा महिलाओं तक पहुंच रहा है या महिलाओं को इसकी जानकारी है।
बैंक एकाउंट खोलने के लिए
बैंक में एकाउंट खोलने का प्रोसिजर लगभग एक सा ही होता है। बैंक एकाउंट खोलने के लिए ,एड्रेस प्रूफ, फोटो आई काड , पैन कार्ड आदि की आवश्यकता होती है। पहचान पत्र के और एड्रेस प्रूफ के लिए वोटर आईडी, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट और बिजली बिल आदि की जरूरत होती है। बैंक समय समय पर अपना टार्गेट पूरा करने के लिए साल में एक या दो बार जीरो बैलेंस एकाउंट खोलने की सुविधा भी मुहैया कराता है। वैसे महिला एकाउंट खोले जाने का प्रोसेस भी जनरल एकाउंट की तरह ही होता है, यहां तक कि डिपोजिट भी। बैंक की पॉलिसी के हिसाब से अधिकतर सरकारी बैंक कि डिपोजिट राशि कम ही होती है जबकि निजी बैंक पांच से दस हजार रुपए तक डिपोजिट रखने की बात करते हैं। वैसे सभी बैंक बीच बीच में जीरो बैलेंस एकाउंट स्कीम भी चलाते है। इस योजना के तहत महिलाओं को एकाउंट में निश्चित राशि रखने की बाध्यता नहीं होती है।
महिला के लिए एकाउंट की सुविधाएं :-
चूंकि घर की ज्यादातर खरीददारी की जिम्मेदारी महिलाओं पर ही होती है इसलिए अधिक से अधिक महिलाओं को आकर्षित करने के लिए बैंक महिलाओं के विशेष एकाउंट और एटीएम कार्ड पर खरीददारी के लिए कई तरह की योजनाएं और सुविधाएं भी देते हैं।
अधिक से अधिक शॉपिंग में डिस्काउंट के साथ, कैश बैक ऑफर और डाइनिंग में भी डिस्काउंट मुहैया कराती है।
कुछ बैंक महिला एकाउंट के साथ 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अलग से एकाउंट खोलने की सुविधा भी देती हैं।
साथ ही बैंक किसी भी एटीएम से ट्राजैंक्शन की निशुल्क सुविधा के साथ, बीमा की सुविधा भी दे रही हैं।
क्यों पॉपुलर नहीं हैं महिलाओं की बैंक योजनाएं
बैंको द्वारा महिलाओं के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन बैंक प्रशासन उन योजनाओं के प्रचार प्रसार पर खास ध्यान नहीं देती है जिसकी वजह से योजनाओं की जानकारी आम महिलाओं की पहुंच से थोड़ी दूर है और बैंक द्वारा दिए जा रहें लाभ से भी दूर हैं।
बैंक महिलाओं के विशेष बचत खाते पर 0.25 परसेंट तक ब्याज बढा कर देना होता है। वहीं लोन पर भी साधारण ब्याज की तुलना में महिलाओं को लोन के ब्याज में 0.25 से 0.50 परसेंट तक सब्सिडी अधिक दी जाती है।
महिलाओं के लिए बैंक द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी आम और जरूरतमंद महिलाओं तक तक कभी पहुंच ही नहीं पाती है।
अक्सर बैंक इन खातों और लोन की जानकारी महिला दिवस पर वुमन इंपावरमेंट के नाम पर जारी करते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।
देश में महिलाओं को छोड दीजिए पुरुष भी फाइनेंसियल मामलों में जागरूक नहीं है या यूं कहें कि समझ नहीं रखते हैं। अगर उन्हें यह पता नहीं है कि बैंक के पास उनकी जरूरतों के हिसाब से क्या क्या योजनाएं हैं और उससे उन्हें क्या फायदा हो सकता है तो वे उसका फायदा कैसे लेंगे।
बैंक भी अपनी उन्हीं योजनाओं का प्रचार प्रसार करता है जिसमें उसे अधिक से अधिक फायदा होता है। जबकि बैंक को और आरबीआई को यह चाहिए कि वह बैंक को उन योजनाओं ब्रांच में ही नहीं बल्कि पोस्टर व बैनर के द्वारा प्रचार प्रसार वह इंगिलिश, हिंदी के अलावा लोकल लैंग्वेज में भी करे। वेबसाइट पर दी जानेवाली जानकारी में विशेषतौर पर महिलाओं के लिए दी जा रही सुविधाओं को भी बहुत हाइलाइट नहीं किया गया है।
बैंकों की महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं
विजया बैंक की वी स्वशक्ति और वी मंगला
वी स्वशक्ति
विजया बैंक कई वर्षों से महिला उद़यमियों के लिए और उन महिलाओं के लिए जो छोटे व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं उनके लिए ‘वी स्वशक्ति’ योजना चला रहा है। जिसके अंतर्गत छोटे व्यवसाय और रोजगार शुरू करने के लिए लोन मुहैया कराती है। बैंक टेलरिंग, कैटरिंग, कैंटीन, अचार, मसाला बनाने से लेकर क्लीनिक, पापड़ बनाने तक, ब्यूटी पार्लर, क्रेच, प्ले स्कूल, टय़ूशन, कोचिंग क्लासेज, लाइब्रेरी, सिरेमिक आदि के साथ, डिर्पाटमेंटल स्टोर, हैंडी क्राफट, मेडिकल शॉप, काउंसिलिंग, कैंडिल मेकिंग, हेल्थ सेंटर, लांड्री, बेकरी, ट्रेवल एजेंसी आदि के लिए लोन देती है।
स्टेट बैंक आफ इंडिया का महिलाओ के लिए पैकेज :-
बैंक अपनी एकाउंट धारक महिला ग्राहकों के लिए लोन के इंटरेस्ट रेट में 0.25 परसेंट तक की विशेष रियायत देता है। इस लोन का मकसद सिर्फ महिलाओं को इंडीपेंडेंट बनाने में मदद करना है। पांच लाख तक के लोन पर बैंक महिलाओं से किसी तरह के कोलेटरल सिक्योरिटी भी नहीं लेता है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट के साथ आई कार्ड और एड्रेस प्रूफ पर लोन प्रदान कराता है।
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