Monday, 2 January 2017

2017 में Regrob दुवारा सभी बैंकों से पाएं सस्ते होम लोन



गिरते ब्याज दर से सबसे अधिक लाभ ग्रह ऋण (होम लोन) लेने वालों को होगा। सही बैंक व सही लोन विकल्प को चुनकर आप इस मौके का सही उपयोग कर सकते है। बैंक से लोन (क़र्ज़) लेते वक्त कर्ज़दार केवल बैंक की ब्याज दर पर ही अपनी नज़र ना टिकाए क्योकि ईएमआई (लोन की क़िस्त) चुकाने से पहले आपकी आधी रकम प्रोसेसिंग फीस व ड़ाउन पेमंट करने में खर्च हो जाएगी। आपकी सुविधा के लिए हमने 1 लाख रुपए के आधार पर अन्य बैंकों द्वारा प्रदान की जा रही लोन की क़िस्त (ईएमआई) की सूची तैयार की है। इस सूची अनुसार आप 30 लाख रुपए पर बनने वाली ईएमआई का अनुमान लगा सकते हैं तथा अपनी ब्याज दर की भी गणना कर सकते हैं।


2017 में होम लोन देने वाले बैंको की सूचि :-


1- ऐक्सिस बैंक :-


अगर आप ऐक्सिस बैंक से 15 साल के लिए 1 लाख का होम लोन लेते हैं तो फिक्स्ड़ रेट के आधार पर आपको हर महीने 1,184 तथा फ्लोटिंग रेट पर 1,053 की मासिक क़िस्त (ईएमआई) चुकानी पड़ सकती है। यदि आप  20 साल के लिए फिक्स्ड़ व फ्लोटिंग रेट पर मासिक क़िस्त (ईएमआई) की राशि 1,084 एवं 942 रुपए होगी।

2- बैंक ऑफ बड़ौदा :-


बैंक ऑफ बड़ौदा फिक्स्ड़ रेट पर होम लोन प्रदान नहीं करता । फ्लोटिंग रेट पर 15 ओर  20 सालों के लिए आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) की राशि क्रमानुसार 1,053 एवं 942 रुपए होगी।

3- बैंक ऑफ महाराष्ट्र :-


कुछ सरकारी एवम प्रइवेट बैंकों की तरह बैंक ऑफ महाराष्ट्र भी फिक्स्ड़ रेट पर होम लोन नहीं देता | फ्लोटिंग रेट पर 15 एवं 20 सालों के लिए आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) की राशि क्रमानुसार 1,056 एवं 945 रुपए होगी।

4- भारतीय स्टेट बैंक :-


आमतोर पर होम लोन लंबे समय के लिए लिया जाता है। अन्य सरकारी एवम प्रइवेट बैंकों की तरह भारतीय स्टेट बैंक भी 15 व 20 साल की अवधि के लिए फिक्स्ड़ रेट पर होम लोन नहीं देता | अतः 15 साल के लिए फ्लोटिंग रेट पर आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) की रकम 1,047 व 20 साल के लिए आपकी मासिक क़िस्त की रकम (ईएमआई) 935 रुपए होगी।

5-पंजाब नेशनल बैंक :-


पंजाब नेशनल बैंक ने अपने क्लाइंट को फिक्स्ड़ एवं फ्लोटिंग दोनों दरों पर होम लोन की सुविधा उपलब्ध करता है। यदि आप पंजाब नेशनल बैंक से फिक्स्ड़ रेट पर होम लोन (ग्रह ऋण) लेते हैं तो 15 साल के लिए आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) 1,081 व 20 साल के लिए आपकी मासिक kist (ईएमआई) 972 रुपए होगी। यदि इसी अवधि के आधार पर आप फ्लोटिंग रेट पर कर्ज़ उठाते हैं तब आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) क्रमानुसार 1,050 व 935 रुपए होगी।

6-एचडीएफसी बैंक :-


यदि आप एचडीएफसी बैंक से भी फ्लोटिंग रेट पर 15 व 20 साल के लिए, लिए गए होम लोन पर आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) 1,047 व 935 रुपए की ही बनेगी। हालांकि कुछ मामलों में, एचडीएफसी बैंक लोन के प्रारंभिक वर्षो में फिक्स्ड़ रेट की सेवा प्रदान करती है लेकिन उसके बाद आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) फ्लोटिंग रेट में बदल जाती है।

7-आईसीआईसीआई बैंक :-


आईसीआईसीआई बैंक भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट बैंक है। ये बैंक भी  फिक्स्ड़ एवं फ्लोटिंग रेट पर होम लोन प्रदान करता है। 15 या 20 साल के लिए फिक्स्ड़ रेट पर आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) 1,059 एवं 949 रुपए होगी, ओर 15-20 साल के लिए फ्लोटिंग रेट पर मासिक क़िस्त (ईएमआई) 1,047 एवं 935 रुपए होगी। आईसीआईसीआई बैंक बीच-बीच में बैंक अपने ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव करता रहता  है। इस उतार-चढ़ाव का असर आपकी मासिक क़िस्त (ईएमआई) पर पड़ता है।



निष्कर्ष


2015 में ब्याज दर काफी कम हुए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2015 में ब्याज दर को लगभग 125 बेसिक पॉइंट तक कम किया था। फिरभी ग्राहकों तक इसका पूरा लाभ नही पहुंच पाया। 2015  साल को देखते हुए निवेशकों को इस साल ब्याज दरों की कटौती से खास उम्मीदे नहीं है। यदि आप ब्याज के कम होने का इंतज़ार कर रहे हैं, तो शायद ऐसा नहीं होगा। जैसे की हमने पहले भी कहां है कि केवल ब्याज दर को देखकर ही किसी भी बैंक से होम लोन नहीं लेना चाहिए। बल्कि बैंक की सर्विस, प्रोसेसिंग फीस व प्री-पेमेंट शुल्क को ध्यान में रखकर अपने लिए एक सही निर्णय लेना चाहिए। इसलिए फैसला लेने से पहले सारी जानकारी इकट्ठा करें। सरकारी बैंक से लिया गया होम लोन आपको सस्ता तो पड़ेगा लेकिन इन बैंकों की सेवा की हम गारंटी नहीं ले सकते। इन बैंकों से कर्ज़ा लेने में होने वाली भाग-दौड़ व मगजमारी से आप वाकिफ तो होंगे ही।



होम लोन लेने वाले याद रखें बैंक किसी का सगा नहीं नही होता :- 



जब आप होम लोन (गृह ऋण) लेने जाते हैं, तो बैंक तमाम चीजें आपसे मांगता है- जैसे तीन साल का आईटी रिटर्न, 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट, सैलरी स्ल‍िप, आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, इत्यादि। उस वक्त आप जमकर भागदौड़ करते हैं और अंतत: लोन मिलने के बाद आप खुश होकर सुकून से बैठ जाते हैं और मासिक क़िस्त (ईएमआई) देने लगते हैं। लेकिन सावधान रहना चाहिए ! अगर आप वाकई में होम लोन को लेकर सुकून से बैठ गये हैं, तो अभी सचेत हो जाइये नहीं तो लाखों रुपए आपकी जेब से कम सकते हैं।

अगर आप होम लोन लेने के बाद वाकई में सुकून से बैठना चाहते है, तो इन बातों की आज से ही गांठ बांध लीजिये :-


1. सरकारी बैंक हो या प्राइवेट बैंक। बैंक पर भरोसा करके कभी सुकून से मत बैठिये | हर तीन महीने पर बैंक जायें और अपने होम लोन का स्टेटस पूछें। नहीं तो नेट बैंकिंग के जरिये से चेक करते रहें।

2. अगर आपने फ्लोटिंग इंटरेस्ट पर होम लोन लिया है तो जब-जब आरबीआई लोने पर इंटरेस्ट की दरें घटाये या बढ़ाये, तब-तब चेक करना चाहिए कि वह दरें आपके अकाउंट पर रिफलेक्ट हुईं भी है या नहीं। क्योंकि ब्याज दर बढ़ने पर बैंक प्रत्येक होम लोन अकाउंट में ब्याज की दर बदलते रहते हैं, लेकिन ब्याज दर घटने पर बैंक खुद से सिस्टम में जाकर ब्याज दर बदलते नहीं। अगर ग्राहक सो गया तो बैंक उसी बढ़ी हुई दर पर ब्याज लेते रहते हैं।

3. हर साल अप्रैल महीने में बैंक जाकर अपना बैंक अकाउंट स्टेटमेंट जरूर लेना चाहिए। इससे आपको पता चलता रहेगा कि एक वर्ष में आपने कितना लोन कम किया है।

4. यह मत सोचें कि जब 50 हजार या 1 लाख रुपए होगा, तब प्री-पेमेंट करेंगे। अगर आपके पास 5 हजार या 10 हजार भी आता है, तो लोन अकाउंट में जका करें।

5. कई बार बैंक आप पर बहुत सी तरह की हिडेन कॉस्ट अचानक से लगा देता है। कई बार ऐसा होता है कि समय से मासिक क़िस्त (ईएमआई) देने के बाद भी बैंक आपसे लेट फीस का चार्ज लगा लेता है, अगर ऐसा होता है, तो आप तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।

6. अगर आज आपको पता चले कि बैंक आपसे ज्यादा ब्याज दर ले रहा है, तो तुरंत शिकायत करें और अपनी ब्याज दर कम करवायें। उसके बाद देखें कि कब से बैंक ने आप पर ज्यादा ब्याज लगाया है। उस स्थ‍िति में बैंक से कहें कि वो पैसा रिवर्स कर आपके लेजर बैलेंस से घटाये या फिर ब्याज की समय अवध‍ि कम करे। यदि बैंक इस बात से मना कर देता है, तो आप आरबीआई में इसकी श‍िकायत कर सकते हैं।


अधिक जानकारी के लिए संपर्क करेफोन नंबर - +91-9529331331अथवा मेल करे –info@regrob.com

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