Saturday, 4 March 2017

होम लोन का बेहतर सौदा करने के लिए आसान तरीके कैसे अपनाये




अक्सर कहा जाता है कि ज्यादातर लोगों के लिए, घर की खरीद के लिए होम लोन सबसे बड़ा एकल व्यय होता है। बिना होम लोन (ग्रह ऋण) के  एक घर खरीदना बहुत ही रोमांचक और काफी तनावपूर्ण हो सकता है। क्योकि बहुत कम लोगो के पास घर खरीदने के लिए पर्याप्त धन होता है, जो बिना किसी संपत्ति को बिना बंधक बनाये अपना घर खरीद सकते है। परन्तु ,बहुत से लोग अपनी संपत्ति बंधक के विषय में अच्छा सौदा मिलने की कोसिस में लगे रहते है ।

होम लोन लोगो के घरो के सपनो को पूरा करने के लिए अच्छा माध्यम  है, एक शसक किर्या है, और इसकी भी एक प्रकिर्या है, इस प्रकिर्या को पूरी किये बिना लोन की स्वीकृति नही होती है, मानव की बुनयादी ज़रूरतों में से एक है मकान, हालांकि रोटी कपड़ो के बाद ही इसकी ज़रूरत पड़ती है, पर ये ऐसी जरूरत है जिसकी पूर्ति कम पैसो में नही की जा सकती । एक माकन बनाने या खरीदने के लिए लाखो-करोडो रुपयो की जरूरत होती है, और सामान्ये तोर पर सामान्ये व्यक्ति इसकी आपूर्ति नही कर पाते। ऐसे में उसे जरुरत पड़ती है होम लोन की, आम लोगो के घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार भी प्रतिबद्ध होती है तथा ऐसी जरूरत को पूरा करने के लिए बहुत से बैंको ने होम लोन का प्रावधान किया है, साथ ही साथ भारतीय रिज़र्व बैंक इसे सरल और प्रभावी बनाने के लिए सभी बैंको को समय समय पर गाइड लाइन्स भी जारी करती रहती है जहाँ एक और बैंक होम लोन के दुवारा आम लोगो के घर के सपने को साकार करने में कोई कमी नही करती है, वही दूसरी ओर इस मुद्दे पर भी कोई समझौता नही करती कि लोन गलत हाथो में ना चला जाये, सही लोगो की पहचान के लिए बैंक के पास कुछ फिक्स फॉरमेट होते है, जिनके दुवारा बैंक सही लोगो की पहचान करता है:-

जैसे:- जो व्यक्ति सैलरीड होते है (जो जॉब करते है) उनके लिए अलग फॉरमेट होते है और जो बिजनिसमैन होते है उनके लिए अलग अलग डॉक्यूमेंट (दस्तावेजों) की डिमांड करते है।

बेहतर होम लोन से सम्बंधित हम आपको कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी देते है :-


विडियो देखिये:- 


1) ब्याज दर पर अच्छे से विचार करे:-


ब्याज दर समय समय पर घटती या बढ़ती रहती है, ग्राहकों को ब्याज दर घटने का इंतज़ार करना चाहिए। जिससे ग्राहकों को थोड़ी राहत मिल सके।

साल 2017 में लोगो को सस्ते होम लोन का तोहफा मिला है, भारतीय स्टेट बैंक सहित बहुत से बैंको ने अपनी ब्याज दर कम कर दी है, भारतीय स्टेट बैंक ने 0.90% ब्याज दर की कटौती की है, वही पंजाब नेशनल बैंक ने 0.70% ब्याज दर घटाने का ऐलान किया है। कटौती के बाद भारतीय स्टेट बैंक की ब्याज दर 8.90% से घटकर 8% रह गयी है। इस तरह 1 महीने 3 महीने और 6 महीने की अवधि के लोन के लिए भी ब्याज दरों में कटौती की गयी है। बैंक ने 2 साल 3 साल अवधि के लिए MCLR घटाकर 8.10 % से 8.15% कर दिया गया है, सभी ब्याज दरे तत्काल प्रभाव से लागु हो गयी है।   

इस तरह भारतीय स्टेट बैंक से 25 वर्षो के लिए गए 20 लाख होम लोन की ईएमआई पर 1220 रूपये काम हो जायगी। होम लोन की पिछले 6 वर्षो की यह सबसे कम ब्याज दर है।
एसबीआई के साथ साथ पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ने भी अपनी मानक दरों में 0.90% तक की कटौती की है। इस तरहा बैंको ने अपने ग्राहकों को कर्ज़ पर बहुत राहत प्रदान की है, जिससे आप अपने घर खरीदने का सपना पूरा कर सकेंगे।


2)विभिन्न उधारदाताओं से होम लोन के बारे में सुझाव लेना चाहिए:-


किसी भी व्यक्ति के लिए बंधक दरों के अनुसार ब्याज दर व्यापक रूप से भिन्न होता है, आप अपने क्षेत्र के विभिन्न बैंकों, क्रेडिट यूनियनों, और दलालों से बात करें। ये भी आपको सही सुझाव देगे, तथा कम ब्याज दरों के बारे में भी जानकारी देगे। आप अपने विकल्पों के अनुसार अपनी ब्याज दर तलाश कर सकते है। हालांकि यह होम लोन के माध्यम में जाँच करने के लिए एक अच्छा विचार है, एक बंधक दलाल, आपको होम लोन के माध्यम में अच्छा मार्ग दर्शन करता है, दूसरी ओर, एक ऋणदाता, एक क्रेडिट यूनियन की तरह, एक दलाल की भूमि के ऊपर कवर करने के लिए नहीं है, और आप उन लोगों के साथ कम ब्याज दरों पर मिल सकता है।
यदि आप किसी भी बैंक से लंबे समय से जुड़े हुए है, तो बैंक आपको होम लोन के माध्यम में सही सुझाव देगा, अक्सर यह आपको कम ब्याज दरो पर होम लोन प्राप्त करा सकते है,

3)निश्चित या समायोज्य ब्याज दर :-



समायोज्य दर बंधक (एआरएम) से बचें:- समायोज्य दर बंधक (एआरएम) से तत्प्रय है कि आप अपनी संपत्ति को गिरवी रख कर बैंक से लोन के तोर पर क़र्ज़ लेते हो,
निश्चित या समायोज्य ब्याज दरों: बंधक आम तौर पर दो जायके में आते हैं।
फिक्स्ड दर :-  ऋण लेने वाले ऋण के पाठ्यक्रम में भुगतान करते है, यह अपने बंधक भुगतान की मूलधन और ब्याज की ओर चला जाता है का हिस्सा है, हालांकि बीमा और करों में उतार चढ़ाव हो सकता है।
एक समायोज्य दर बंधक (एआरएम) के साथ, ब्याज ऋण के जीवन के दौरान उतार चढ़ाव होता रहता। दस, पांच, या यहां तक ​​कि एक वर्ष की एक प्रारंभिक अवधि के लिए यह ब्याज दर निश्चित रहता है (आम तौर पर एक बहुत कम दर पर, जो कि ऋण के इस प्रकार के लोगों को आकर्षित करती है)  और उसके बाद प्रारंभिक अवधि आपकी दिलचस्पी के बाद जैसे एक मानकीकृत सूचकांक के आधार पर गणना की जाती है।

आम तोर पर ब्याज दर दो प्रकार की होती है:-
1. फिक्स्ड ब्याज दर (निश्चित ब्याज दर)
2. फ्लोटिंग ब्याज दर (समायोज्य ब्याज दर)
समय के अनुसार फ्लोटिंग ब्याज दर में उतार-चढाव आते रहते है, लेकिन फिक्स्ड ब्याज दर में कोई परिवर्तन नही होता है

4)भुगतान करने पर विचार करें:-


बैंकिंग संधर्भ में, आपको अपनी मासिक क़िस्त का भुगतान समय पर करना चाहिए, इससे आपका बैंकिंग रिकॉर्ड सही रहता है, इसका आपको भविषये मे लोन लेने में भी होगा, और बैंक की नज़रो में आपकी छवि बनी रहेगी, समय पर भुगतान करने से और भी बहुत से लाभ मिलते है, जैसे की आप पर कोई अतिरिक्त चार्ज लागु नही होता।
अगर आप लंबे समय के लिए लोन लेना चाहते है तो, आपकी मासिक क़िस्त की राशि कम होगी और ब्याज दर में भी फायदा होगा


5)ऋण के जीवन काल पर विचार करें:-


सामान्ये तोर पर होम लोन का जीवन काल 30 वर्ष का होता है(न्यूनतम मासिक भुगतान के लिए सही होता है), तथा 10 वर्ष के लिए (उच्चतम मासिक भुगतान के लिए सही होता है), और 15 या 20 वर्ष (दोनों के बीच का भुगतान करने के लिए सही होता है)। हालांकि, 30 वर्ष की योजना में सबसे कम मासिक भुगतान किया जाता है क्योकि यह लंबे समय तक चलता है, और मासिक क़िस्त भी धीरे-धीरे चुकानी पड़ती है, इस प्रकिर्या से लोन लेने वाले व्यक्ति पर ईएमआई का ज्यादा दबाव भी नही पड़ता और व्यक्ति आसानी से अपना लोन चूका देता है

6)कुछ सवाल खुद से पूछने चाहिए :-


जैसे:-
ब्याज दर निश्चित है या समायोज्य ?
ऋण का भुगतान करने में कोई अन्य फीस की जरूरत तो नही होती है?
ऋण की अवधि क्या है?
मुझे प्रति माह कितना भुगतान करना चाहिए ?
वहाँ इस तरह के दलाल और शीर्षक खोज फीस के रूप में अन्य लागत मेरी मासिक भुगतान पर तो नही जोड़ रहे हैं?
मैं अपना ऋण कितनी जल्दी चूका सकता हूँ?
भुगतान के ऋण के जीवन के साथ बदल जाएगा या नही?
लिखित प्रस्ताव पत्र पर ऋण के बारे में क्या क्या बताया गया ?


ये सब बाते आपको याद राखी बहुत जरुरी है 


अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे

www.regrob.com

अथवा 

मेल करे –info@regrob.com


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