Thursday 22 December 2016

होम लोन के लिए नियम और शर्ते अलग अलग होती है



आम तोर पर एक आम व्यक्ति अपने ज़िन्दगी में एक ही बार घर बनाता है | ये सभी के जीवन का सबसे बड़ा सौदा होता है, जिसके लिए वो बहुत मेहनत करता है | सामान्ये तोर पर होम लोन की अवधि 20-25 वर्ष होती है | इसके अनुसार आपका पूरा जीवन बैंक का कर्ज़ उतरने में लग जाता है | इसको मद्दे नज़र रखते हुए होम लोन लेते समय आपकी एक गलती आपका पूरा जीवन प्रभावित कर सकती है| क्योकि या तो आप अपना पूरा जीवन बैंक का क़र्ज़ उतरने में लगाइये |


1. होम लोन लेने के लिए सही चुनाव करे 


होम लोन की आवस्कता को देखते हुए बैंको ने विभिन्न प्रकार के लोन प्रदान किये है| इसके लिए पहले आपको अपनी ज़रूरत को समझना होगा जैसे क़ि तैयार संपत्ति, जो संपत्ति निर्माण में चल रही हो, प्लाट खरीदना, घर क़ि मरम्मत के लिए इत्यादि के लिए लोन लेना| इन सभी प्रकार के लोन के लिए अलग अलग शर्ते और नियम होते है| अगर आप अपने जीवन में पहली बार लोन ले रहे है तो आपको पूरी जानकारी होनी बहुत जरुरी है |

2. लोन की ईएमआई आपके के बजट में होनी बहुत जरुरी है 

होम लोन लेने के बाद व्यक्ति को एक चीज़ सबसे ज्यादा प्रभावित करती है वो है बैंक की ईएमआई मतलब जो लोने लेने के बाद बैंक को क़िस्त देनी पड़ती है, जो मासिक होती है| ये बात बहुत जरुरी है कि आपकी ईएमआई आपकी इनकम की 40 से 45% से ज्यादा नही होनी चाहिए | इसके साथ ही आपके होम लोने के फार्म में प्रीपेमेंट का भी विकल्प होता है, इसका चयन करना बहुत जरुरी है| इससे प्रीपेमेंट के लिए कोई चार्ज नही लगेगा | अगर आपको लगता है की भविष्यए में आपकी आये बढ़ सकती है तो आपको इसका लाभ होगा |

3. सभी प्रकार के बैंकों की ब्‍याज दरों का सही मूल्‍यांकन करे 


होम लोन प्रोसेस में दो तरह के ब्याज दर होते हैं। पहला फिक्स्ड (सिमित ) और दूसरा फ्लोटिंग(चल)। सिमित ब्याज दर में आपके होम लोन में लगने वाला बियाज दर तीन से पांच साल तक एक ही रहता है और कभी कभी लोन लेने के पूरे कार्यकाल में भी एक जैसा रह सकता है । फ्लोटिंग(चल ) ब्याज दर में आपके होम लोन पर लगने वाली ब्याज दर वित्तीय संस्थान की कॉस्ट ऑफ फंड्स की मूवमेंट पर निर्भर करता है। इसका लाभ उठाते ये समय सावधानी रखने के साथ ही उधारकर्ता के इंटरेस्ट रेट को भी ध्यान रखना बहुत जरुरी है। पूरे कार्यकाल के दौरान फिक्स्ड(सिमित) और फ्लोटिंग(चल) के बीच अदला बदली का भी विकल्प होता है। लेकिन इससे पहले ये चेक करना बहुत जरुरी है कि बैंक स्विचिंग फीस तो चार्ज नहीं कर रहा।

4. बैंक के चार्जेस और पेनेल्टी की जानकारी होनी बहुत जरुरी है:-


सामान्ये तोर पर प्रोसेसिंग फीस, कुछ मामलों में कानूनी वैरिफिकेशन चार्ज, होम लोन राशि पर स्टैंप ड्यूटी और कुछ स्विंचिंग चार्ज अगर आप अपनी ईएमआई बदलते हैं इसके अलावा अगर आप लोन को किसी ओर बैंक या एनबीएफसी को ट्रासंफर करते है, इन सब के अलावा कोई भी एक्सट्रा चार्ज नहीं देना पड़ेगा। किन्तु जब कुछ विशेष पेनेल्टी लग सकती है अगर आप रिपेमेंट करने से चूक जाते हो और कुछ मामलों में अतिरिक्त ब्याज भी लगता है। वित्तीय संस्थान की तरफ से लगाए जाने वाली सभी प्रकार फीस के बारे में पता होना बहुत जरुरी है |

5. संपत्ति में क्लियरेंस की भी जानकारी होनी चाहिए:-


जिस संपत्ति को आप ख़रीदा चाहते है उस संपत्ति पर किसी भी बैंक का कोई लोन नहीं होना चाहिए और एनबीएफसी को क़ानूनी और तकनिकी क्लियरेंस होना बहुत जरुरी है | इससे बैंक के साथ साथ आपको भी बहुत लाभ होगा |


+91 - 9529331331 अथवा 

मेल करें info@regrob.com 

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