Friday 30 December 2016

4 कारणों से खारिज हो सकती है आपके लोन लेने की अर्जी



आपको हम बताएंगे कुछ जरूरी बातें जिन्हें लोन का आवेदन करने के वक्त ध्यान रखें ताकि आपके लोन लेने की अर्जी खारिज न हो।

मौजूदा वक्त में लोन हर व्यक्ति की जरूरत बन चुका है। घर लेने के मामले में आमतौर पर सभी को बैंक से लोन का ही सहारा लेना पड़ता है। अगर आप लोन लेते वक्त कुछ जरूरी बातों पर ध्यान नहीं देंगे तो बैंक आपके लोन लेने की अर्जी को असवीकार कर देगा। यहां आपको हम कुछ जरुरी बाते बताएंगे | जिन्हें लोन के आवेदन के वक्त ध्यान रखें ताकि आपके लोन की अर्जी खारिज ना हो।

क्रेडिट कार्ड का बकाया का ध्यान रक्खे :- 


आपने अगर काफी लंबे समय से अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं किया है तो आपको लोन लेने में थोड़ी सी परेसानी आ सकती है |
क्रेडिट कार्ड का भुगतान लंबे समय तक बकाया रहने के कारण उस पर  ब्याज और पेनाल्टी लग जाता है जिससे क़र्ज़ की रकम और अधिक हो जाती है। कई बार लोग पेमेंट के लिए बैंक जाकर सेटेलमेंट की गुजारिश करते हैं। जिससे बैंक आपको कुछ रियायत देता है। अगर आप बैंक के साथ क्रेडिट कार्ड के भुगतान को लेकर सेटेलमेंट करते हैं तो इससे आपकी क्रेडिट कार्ड हिस्ट्री खराब हो जाती है और आपको बैंक लोन देने से भी मना कर सकता है।

आपने कभी इससे पहले ऋण नहीं लिया है तो तब भी हो सकती है आपको परेशानी :- 


अगर आपने इससे पहले कभी कोई ऋण लिया है या आपने कभी किसी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया है तो भी आपको लोन मिलने में परेशानी हो सकती है। क्रेडिट इन्फॉमेर्शन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड या सिबिल आपकी क्रेडिट कार्ड की हिस्ट्री पर नजर रखता है। अगर आपने कभी बैंक से कोई लोन  नहीं लिया है तो बैंक ये इस बात के आंकड़े ही नहीं मिलेंगे कि आप उसका ऋण कैसे चुकाएंगे। ऐसी स्थिति में हो सकता है कि बैंक आपको लोन ना दे।

 आप अपने पुराने लोन का भुगतान बाकी ना रखें :-


अगर आपने कभी कोई पुराना लोन लिया है और उसका भुगतान अभी बाकी है तो बैंक आपको लोन देने से मना कर सकता है। बैंक इस बात पर पूरी नजर रखता है कि आपने पुराने लोन की किश्तें सही समय पर चुकाई हैं या नहीं। अगर आप लोन की किश्त चुकाने में असमर्थ हैं तो बैंक आपको डिफाल्टर घोषित कर देता है। एक बार किसी बैंक से डिफाल्टर घोषित हो जाने के बाद आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो जाएगी और फिर बैंक कभी किसी डिफाल्टर को लोन नहीं देता हैं।

इनकम टैक्स रिटर्न का भरना बहुत जरुरी है :-


आपकी सालान आय कुछ भी हो आपको इन्कम टैक्स जरूर फाइल करना चाहिए। ये जरूरी नहीं कि आप टैक्स स्लैब में आएं और तभी आयकर रिटर्न फाइल करें। बैंक से लोन लेने वक्त आपसे पिछले दो साल की आयकर रिटर्न की जानकारी मांगी जाती है। अगर आपने आईटीआर फाइल किया है और आपका हिसाब दुरुस्त है तो ठीक है और अगर आपने कोई आयकर नहीं फाइल किया है तो आपको बैंक ऋण देने से मना कर सकता है।

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Thursday 29 December 2016

इन तरीको से मिलेगा आपको आसानी से होम लोन



आपको घर खरीदने से पहले प्लानिंग करनी बहुत जरुरी है, भर खरीदने से  कम से कम एक साल पहले बना लेनी चाहिए | और आपको हर महीने कुछ पैसे जमा करने चाहिए, इससे आपको होम लोन लेने में बहुत लाभ मिलेगा |   क्योकि बैंक किसी भी घर के मुल्ये का 75 - 85 % लोन दे पता है, बाकि रकम का भुगतान आपको खुद करना पड़ता है | इसका एक फायदा ये भी है की आपको हर महीने की क़िस्त की रकम कम देनी पड़ेगी | इससे लोन पर लगने वाली बियाज़ दर भी कम लगेगी और रकम होने पर लोन जल्दी मिलेगा |

लोन लेते वक़्त एक साथी भी खोज ले :-


होम लोने लेते वक़्त अगर आपको लगता है कि आपकी आय कम है तो इस बात का खतरा है कि कही आपका लोन बैंक अपूर्व नही करेगा तो आप लोन लेने के लिए किसी अन्ये व्यक्ति को साथी बना सकते हो | इसका आपको बहुत लाभ होगा, मतलब आपको एक बड़ी राशि लोन के रूप में प्राप्त हो जायगी | तथा दूसरी और इससे आपको टेक्स में भी लाभ मिल सकता है |

 आप अपने बैंक अकाउंट की डील दुरुस्त रक्खे :-


जब आप लोन लेने के लिए बैंक में जाते हो तो बैंक आपसे कम से कम छह महीने का बैंक बैंक स्टेटमेंट मांगता है | और आपके बैंक अकाउंट डिटेल की विस्तृत रूप से जांच करेगा अगर आपके बैंक अकाउंट डिटेल में कुछ कमी होती है तो उसको लाल रंग से मार्क करता है | जैसे कि किसी बाउंस चेक, किसी क़िस्त का भुगतान समय पर न हुआ हो इत्यादि का भी मामला हो सकता है | अगर महीने के अंत में आपके बैंक अकाउंट में बहुत कम राशि कम होती है तो तब भी चिंता कि कोई बात नही, इसका मतलब यह है कि आपकी मासिक आय इतनी कम है कि आप महीने के अंत के समाप्त होने तक आपकी जमा राशि समाप्त हो जाती है , इस स्थिति में आप लोन का बोझ नही उठा पायगे | इसलिए लोन का आवेदन करने से पहले ही अपने बैंक अकाउंट का विशेष धयान रखना पड़ता है |

अपने सभी कागज़ी प्रमाण दुरुस्त रक्खे :-


होम लोन लेने के लिए कई तरह के दस्तावेजो का होना बहुत जरुरी है | जिसमे बैंक आपसे प्रोसेसिंग फी चेक , करीब छह कैंसिल चेक और उस अकाउंट के लिए ईसीएस  मेन्टेन फॉर्म जरुरी होना चाहिए | जहा आपकी सैलरी या इनकम का पता लगाया जा सके | खुद का रोजगार करने वाले व्यक्तियों से शिक्षा , उनकी क्वालिफिकेशन , सर्टिफिकेट और रोजगार होने का सबूत माँगा जा सकता है | प्रॉपर्टी से सम्बंधित दस्तावेज़ों का होना भी बहुत जरुरी होना चाहिए, जैसे अलाटमेंट लैटर, बयार अग्रीमेंट और डेवलपर को किया गया भुगतान कि प्रतिलिपि शामिल होनी बहुत जरुरी है |यह बहुत जरुरी है कि आप सभी दस्तावेजो का प्रबंध करके रक्खे ताकि आप लोन डिलेवरी  को तेजी के साथ आगे बढ़ा सके और बैंक के पास आपके दुवारा लोन के आग्रह को खारिज़ करने का कोई कारण न बचे |

किसी प्रतिश्ठित बिल्डर से ही घर खरीदे :-


बैंक इस बात पर भी बहुत गोर  करता है कि आप प्रॉपर्टी कहा से खरीद रहे है, क्योकि बैंक यह सोचता है कि अगर किसी कारन वस आप लोन का भुगतान नही कर पाए तो बैंक आपकी प्रॉपर्टी या घर को बेच कर अपना पैसा निकल सके | बैंक ऐसी प्रॉपर्टी को पसंद नही करता जिसको वो बेच न सके या उसका कोई खरीदार मिलने में मुश्किल हो | प्रतिष्टित से प्रॉपर्टी खरीदने में बैंक आप पर ज्यादा विस्वास करेगा | इसलिए आपको प्रॉपर्टी  प्रतिष्टित बिल्डर से ही खरीदनी चाहिए |










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घर खरीदने के लिए होम लोन कैसे ले


हर व्यक्ति की ख्वाइश होती है कि उनका खुद का घर हो। परंतु आज के दोर में सबके पास ज्यादा पैसे होने  के कारण व्यक्ति खुद का घर नही बना सकता और ही घर  खरीद सकता है। इस समस्या को लोन के दुवारा आसानी से सुलझाया जा सकता है।




अगर आपके पास घर खरीदने के लिए एक साथ इतने सारे पैसे नही है, तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप किसी भी बैंक से होम लोन ले सकते है। किसी भी बैंक से होम लोन लेने पर आप आसानी से अपना घर बनवा सकते है या खरीद सकते है। बैंक आपको आपके घर के लिए लोन देगा जो लोन आप बाद मे धीरे-धीरे कर के किस्तो में चुका सकते है बस इसके लिए बैंक आपसे थोड़ा-सा ब्याज लेगा, पर आप आसानी से इसको चुका सकते हो। अगर आप भी अपना खुद का घर लेना चाहते है या बनाना चाहते है और आपके पास इतने सरे पैसे नही है कि आप अपना घर बनवा सके या खरीद सके तो आप बैंक से होम लोन ले, जिससे आपको घर बनाने में मदद मिल सकें।

फिक्स्ड लोन क्या है


फिक्स्ड होम लोन में बैंक फिक्स्ड इंटरेस्ट चार्ज करता है। फिक्स्ड लोन में आपको फिक्स्ड बियाज रेट पर लोन मिलता है। अगर रिज़र्व बैंक के द्वारा रेपो रेट में कमी या बढ़ोतरी होती है तो तब भी बैंक बियाज दर में कोई बदलाव नही करता है। आपको जिस बियाज दर पर बैंक लोन देता है, बैंक आपसे उतने ही बियाज दर से लोन वापस भी लेता है, आपकी बियाज दर को बढ़ाता नही है। यानि बियाज दर बढ़ने पर आपके ब्याज की दर नही बढ़ती है और ईएमआई भी  नहीं बढ़ती है।

फ्लोटिंग लोन क्या होता है


फ्लोटिंग होम लोन में मार्किट के हिसाब से ब्याज दर तय होती है। फ्लोटिंग की ब्याज दरे मार्किट की स्थिति के अनुसार बदलती रहती है | इसका असर बैंक को देने वाली मासिक किश्त पर पड़ता है। इससे ईएमआई कि क़िस्त ऊपर-नीचे होती रहती है। ब्याज दर कम या ज्यादा होने पर कम या ज्यादा होती रहती है  | अगर रिज़र्व बैंक रेपो रेट बढ़ाता है तो बैंक भी ब्याज दर बड़ा देता है। ब्याज दर बढ़ने के कारण लोगो को अपनी योजना से भी ज्यादा पैसा ब्याज के रूप में देना पड़ सकता है |

होम लोन लेते समय ही चुने फिक्स्ड लोन या फ्लोटिंग लोन



  1. फ्लोटिंग लोन की बियाज दर फिक्स्ड लोन की बियाज दर से कम होती है, इसलिए लोग फ्लोटिंग लोन लेना अधिक पसंद करते है।
  2. फिक्स्ड लोन में ज्यादा ब्याज दर का रिस्क होता है, लेकिन फ्लोटिंग लोन में ज्यादा ब्याज दर का कोई रिस्क नही है। 
  3. अगर ब्याज की दर कम है तो आपको फिक्स्ड लोन में फ्लोटिंग लोन से ज्यादा लाभ होगा।
  4. ब्याज दर घटने पर फ्लोटिंग होम लोन में काफी मदद मिलती है, लेकिन फिक्स्ड लोन में ब्याज दर घटने पर कोई लाभ नही होता है।
  5. अगर महंगाई ज्यादा है तो आप लोन लेते समय फ्लोटिंग लोन को चुने इस समय आपको फ्लोटिंग लोन में ज्यादा लाभ होगा।
  6. महंगाई कम होने पर आप फिक्स्ड लोन को चुने क्योंकि महंगाई ज्यादा होने पर फिक्स्ड लोन की ब्याजदर  ज्यादा होती है।


होम लोन की अवधि का कैसे चुनाव करे  


यदि आपका होम लोन ज्यादा ज्यादा अवधि का है तो उसमे आपको ज्यादा ब्याज दर लगता है इसलिए हमेशा इस बात का ख्याल रक्खे कि कम अवधि वाला ही लोन लेना चाहिए। लेकिन अगर आप कम अवधि में लोन नही चुका सकते है और लंबी अवधि वाला लोन लेते है तो लंबी अवधि में आपको ज्यादा ब्याज देना पड़ता है।

होम लोन की ईएमआई ज्यादा है तो कैसे करे कम


अगर आपके होम लोन की ईएमआई आपके हिसाब से ज्यादा है तो आप इसको आसानी से कम करा सकते है। ईएमआई कम करवाने के लिए पहले आपको अपने लोन को किसी अन्ये बैंक में ट्रांसफर करवाना होगा। लेकिन कभी-कभी हमे अचानक से लोन लेना पड़ जाता है और हम किसी भी बैंक से लोन ले लेते है। लेकिन बाद में जब  हमें पता चलता है कि जिस बैंक से हमने लोन लिया है वह दूसरे बैंको की अपेक्षा से ज्यादा ब्याज में लोन दे रहा है तो उस समय हमे  बहुत परेसानी  होती है। लेकिन इसमें ज्यादा परेशानी वाली कोई बात नही है। हम आसानी से अपने लोन को दूसरे बैंक में ट्रांसफर करा सकते है जिसमे हमें कम ब्याज में लोन मिलता हो। इसके कारण हम अपने लोन की ईएमआई की क़िस्त को भी कम करा सकते है।

अपने लोन को दूसरे बैंक में ट्रांसफर कराने के तरीके


एक बैंक से दूसरे बैंक में अपने लोन को शिफ्ट करने के तरीके काफी सरल होते है।


  1. बैंक में आवेदन करे  (Bank Application) – सबसे पहले आपको बैंक में आवेदन करना होता है | जिसके कारण स्वरूप आपका लोन ट्रांसफर किया जाएगा। 
  2. एनओसी (NOC) – आवेदन करने के बाद बैंक आपको एनओसी के साथ साथ एक स्टेटमेंट देता है  जिसमे आपके लोन की बकाया राशि का पूरा विवरण  लिखी होगा। 
  3. इस प्रकिर्या के बाद दूसरे बैंक में एनओसी को जमा करें (Submit NOC in Another Bank) – इसके बाद आप बैंक के द्वारा दी हुई एनओसी को उस बैंक में जमा करवा दे जिस बैंक में आपको अपना लोन ट्रांसफर करवाना है। 
  4. लोन की राशि बैंक को ट्रांसफर (Amount of Loan Transfer to Bank) – एनओसी जब आप दूसरे बैंक को जमा कर देंगे तो बैंक आपके लोन की राशि पुराने बैंक को ट्रांसफर कर देगा जिससे आपका जो पुराने बैंक में अकाउंट चल रहा है वो बंद हो जाएगा और आपका दिया हुआ पोस्टडेटेड चेक या ईसीएस रद्द हो जाएगा।



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Wednesday 28 December 2016

होम लोन(ग्रह ऋण) लेते वक़्त ऋण प्रदाता से कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछने चाहिए

 



आज की दुनिया में, होम लोन लेने के चुनाव के विकल्प पिज्जा टॉपिंग की तुलना में बहुत अधिक है | इससे आपकी जीवन सैली पूरी तरह से बदल सकती है,
जो आपकी जीवन सैली को बहुत अच्छा बनाने में मदद करती है, होम लोन अलग - अलग तरीको से लिया जा सकता है, इसकी बहुत साडी विशेषताएं होती है|हम आपको बताना चाहेगे कि हमारी कंपनी जो रिग्रोब इंफ्रास्ट्रक्चर (Regrob infrastructure) है, हम यहा आपको घर दिलाने के साथ साथ घर को खरीदने के लिए ग्रह लोन भी प्रदान कराते है, जिससे सबके पास अपना खुद का सपनो का घर हो, और हर व्यक्ति अपने परिवार के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर सके |

 जब आप होम लोन के लिए संपर्क करे तो आपके पास कुछ महत्वपूर्ण सवालो की सूचि अवस्ये होनी चाहिए | तो सवाल क्या आप अपने घर ऋण प्रदाता से पूछना चाहिए पता लगाने के लिए पढ़ें :-


1) भुगतान करने के लिए की मासिक राशि क्या होनी चाहिए ?


अधिक्तर बैंक आमतौर पर ऋण राशि का 90% की एक अधिकतम वित्त को धियान में रखते हुए ही ऋण प्रदान करते है । अपने ऋणदाता से पूछो कितना पैसा आप मासिक क़िस्त के तोर पर बैंक को वापस दे सकते है, जो आप आसानी से चूका सके, ओर उसके बाद ही होम लोन की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ो।


2) गृह ऋण के संवितरण प्रक्रिया क्या है?


इसके अलावा सामान्य घर ऋण वितरण की प्रक्रिया होती है जो सभी बैंकों के लिए आम होती है, अपने ऋणदाता से पूछो कि वे किसी भी विशिष्ट नियम और इस संबंध में अन्ये स्थिति तो नही है  |



3) भले ही आपने अभी तक होम लोन के लिए संपत्ति का चुनाव नहीं की हो उसके के लिए आप आवेदन कर सकते हैं या नही ?


  हालांकि Regrob आपको आश्वासन दे सकता है कि आप एक ग्रह  ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं, भले ही आपने अभी तक संपत्ति को अंतिम रूप भी नहीं दिया हो, तो आप इसके बारे में भी अपने ऋण प्रदाता को बेझिझक पूछने के लिए तैयार रहे। ऋण राशि आपके पुनर्भुगतान क्षमता के आधार पर मंजूर की जाती है, तो संपत्ति को अंतिम रूप देने के लिए कोई नया मुद्दा नहीं होगा।


4) मैं एक सह-आवेदक की ज़रूरत है? कौन सह-आवेदक हो सकते हैं?


हमारे ज्ञान के अनुसार, बैंकों के अधिकांश ऋण पर एक सह-आवेदक की आवश्यकता होती है। आगे बढ़ो और अपने बैंकर को यह सवाल पूछते हैं। सह-आवेदक अपने पति या पत्नी, अपने माता पिता या अपने बेटे, हो सकता है यह भी संपत्ति के सभी सह मालिकों बिना किसी अपवाद के सह उधारकर्ताओं होना है।


5) होम लोन की अधिकतम अवधि कितनी प्रदान की जाती है?


आपके बैंकर की अधिकतम कार्यकाल अवधि  जिसके लिए वे आपको  घर ऋण उपलब्ध कराने के बारे में पूछते है |  यह प्रत्येक बैंक के लिए अलग - अलग होती है । हालांकि हम आपको बताना चाहेगे कि होम लोन की अधिक्तम अवधि आमतौर पर 30 वर्ष की के लिए पेशकश कर रहे हैं, बशर्ते होम लोन की अवधि उम्र या सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष हो, इससे  पहले तक ही सीमित करता है।


6) ब्याज दर की गणना कैसे की जाएगी?


बहुत से बैंक सामान ब्याज दर से होम लोन प्रदान करते है, मगर कुछ बैंक ऐसे भी है, जो भिन्न-भिन्न ब्याज दर से होम लोन प्रदान करते है | अधिक्तर बैंको की ब्याज दर 9 % से 10 % होती है | लेकिन जब आप ईएमआई की वास्तविक राशि का भुगतान करते है तो इससे आपको बहुत फायदा होता है, बहुत से बैंक आपको बहुत सी सुविधाएं भी प्रदान करते है | हर एक बैंक आपकी सुविधा के अनुसार आपको लोन प्रदान करता है |


7) क्या ग्रह ऋण के लिए प्रतिभूतियों या जमानती का होना  आवश्यक है ?


जब एक ग्रह  ऋण ले रहे है, तो आपको निश्चित ही जमानती  या प्रतिभूतियों को प्रदान करने की जरूरत जरूरत होती है। इस सम्बन्ध में आपको बैंक से पूरी जानकारी लेनी चाहिए | ऋण के लिए प्राथमिक सुरक्षा संपत्ति का एक पहला और अनन्य प्रभारी, वित्त पोषण किया शीर्षक कर्मों की जमा के माध्यम से (कोलेटरल सिक्यूरिटी आम तौर पर आवश्यक नहीं है) है। संपत्ति के लिए शीर्षक, स्पष्ट बिक्री योग्य है और किसी भी प्रकार के ऋण भार से मुक्त है और तकनीकी रूप से अनुमोदित किया जाना चाहिए।


8) क्या आप आयकर से भी आपने ग्रह ऋण का लाभ उठा सकते है |


आप आयकर अधिनियम के अनुसार होम लोन के मूलधन और ब्याज दोनों घटकों पर कर लाभ का दावा कर सकते हैं।  इन लाभों के लिए जो ऋण लिया जाता है या तो एक घर खरीदने के लिए या एक का घर निर्माण करने के लिए निर्धारितियों को उपलब्ध कटौती के रूप में किया जाता हैं।



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Tuesday 27 December 2016

संपत्ति के विपरीत लोन




जब आप अपने बच्चो को बहार पढ़ने या प्रशिक्षण के लिए बहार विदेश में भेजना चाहते हो या फिर कोई प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हो या अपने परिवार में किसी की शादी करना चाहते हो इन सब कामो को करने के लिए आपको बहुत पैसो की ज़रूरत होती है


तो इन सब कामो को करने के लिए बहुत से बैंको ने बहुतसी सुविधाएं दी है ताकि आपको अपने सपने पुरे करने में कोई परेसानी ना हो और आप बैंक की मदद से अपने सपनो को पूरा कर सके |
इसमे बैंक आपको आपकी संपत्ति पर लोन देने में सक्षम होगा, जिससे आपके हाथ में नगदी आजयगी जिससे आप अपने सभी काम आसानी से समाप्त कर सकते है |
संपत्ति के खिलाफ क्रेडिट सुरक्षित अग्रिम वर्ग जहां उधारकर्ता सुरक्षा के रूप में उसकी संपत्ति के उपयोग के द्वारा एक आश्वासन देता है |



संपत्ति के खिलाफ अग्रिम प्रयोजनों के लिए लोन लेने के लिए इन सबका विवरण देना भी जरुरी होता है 
जैसे :- 

अपने कारोबार का विस्तार
अपने बच्चे /  लड़की की शादी
अपने बच्चे को भेजने / विदेश में उच्च शिक्षा के लिए
अपनी कल्पना वित्त पोषण के लिए
औषधीय दवाओं के वित्तपोषण के लिए
आप नियमित रूप से अपनी निजी संपत्ति के खिलाफ ऋण ले सकते हैं।

संपत्ति के खिलाफ एक क्रेडिट नकदी जुटाने के लिए यह सबसे आदर्श तरीकों में से एक है। इस तरह के एक अग्रिम के मुख्य दोष यह है कि अगर उधारकर्ता अग्रिम पूरी तरह से भुगतान करने के लिए तैयार नहीं है, बैंक या बजटीय संगठन संपत्ति पर दावा कर सकते हैं या उसको बेच कर अपनी पूरी कर सकता है |

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एनआरआई के लिए होम लोन



एनआरआई भारतीय नागरिक ही होते है, जिनको वेध तरीको से भारत के बहार विदेशो में भेजा जाता है, और वे वहा अपना व्यावसायिक उद्देश्यों से विदेशो में जाते है |

अनिवासी भारतीयों को भारत में संपत्ति खरीदना चाहते है तो उन्हें सर्कार से परमिसन लेनी पड़ती है,  उसी के आधार पर उनको होम लोन का लाभ उठा सकेंगे |


जो संपत्ति होम लोन के लिए योग्य हो?


एनआरआई के साथ संबंध में गृह ऋण किसी भी संपत्ति को खरीदने के लिए या निर्माण के तहत लिया जाता है, और उससे पूर्ण लाभ उठाया जा सकता है। यह किसी भी  भूखंड पर या मौजूदा संपत्ति में परिवर्तन के लिए या निर्माण के लिए लिया जा सकता है। इसके लिए एक प्रकिर्या को पूर्ण करना पड़ता है, जिससे भविषये में कोई कठिनाई नही आयगी |

अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए गृह ऋण (होम लोन) की शर्तें।


आय और शैक्षिक योग्यता के आधार पर ही ऋण की अधिकतम राशि प्रदान की जाती है कि एनआरआई ऋण चुकाने में समर्थ भी है या नही, ये  निर्धारित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बैंकों संपत्ति का मूल्य ( लोन ), व्यक्ति की कुल मासिक आय (GMI) के आधार पर किया जाता है, व्यक्ति की आय का 80-85% हिस्सा ग्रह ऋण की अनुमति देता है। ऋण की अधिकतम राशि आम तौर पर मासिक आय  (GMI) का 36-40 गुना की रेंज में माना जाता है। कुछ बैंक नेट मंथली इनकम (ईएमआई / एनएमआई) को मासिक किस्त के अनुपात से पसंद कर सकते हैं।

इसके अलावा, कुछ अन्य बैंकों शैक्षिक योग्यता, निवास स्थान आदि की जानकारी को एक महत्वपूर्ण मानते है | भारत में घर ऋण केवल उन अनिवासी भारतीय (एनआरआई) प्रदान किया जाता है जो स्नातक हैं, अलग-अलग जगह के आधार पर अलग-अलग मानदंड निर्धारित किया है।
एक एनआरआई की आय उसके घर ऋण पात्रता की गणना के लिए ध्यान में रखा जाता है, आय भारत के साथ साथ भारत में अर्जित किसी भी आय को प्रेषित किया जाता है।

अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए गृह ऋण की अवधि।


एक भारतीय निवासी 25-30 साल की अधिकतम समय अवधि के लिए होम लोन का लाभ उठा सकते हैं, लेकिन एक अप्रवासी भारतीय (एनआरआई) को 15 साल की अधिकतम समय अवधि होती है | घर अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को ऋण की पेशकश की समय अवधि 5-15 वर्ष के बीच मानी जाती है।

 अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए ग्रह ऋण पर ब्याज की दर 


अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को ब्याज की दर के रूप में प्रवासी भारतीयों की तुलना में थोड़ा अधिक है। 0.25% - 0.50% की एक मार्जिन आम तौर पर  अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को देने की पेशकश ग्रह ऋणों पर ब्याज लगाया जाता है।

ग्रह ऋण के लिए आवेदन करने वाले अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) द्वारा आवश्यक दस्तावेजों की सूची:-

  • फोटो पहचान पत्र:निम्नलिखित में से कोई एक



1. पासपोर्ट
2. पैन कार्ड
3. मतदाता पहचान पत्र
4. ड्राइविंग लाइसेंस


  • निवास स्थान का पता- निम्नलिखित में से कोई एक



1. पासपोर्ट
2. राशन कार्ड
3. उपयोगिता बिल (Utility Bill)


  • निवास स्वामित्व सबूत: निम्न से कोई भी



1. संपत्ति दस्तावेज
2. मेंटिनंस बिल
3. बिजली बिल


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