Wednesday, 11 January 2017

अगर आपको अपना होम लोन समय से पहले चुकाना चाहते है तो क्या करना चाहिए




भारत में घर बनाने या खरीदने के लिये ज्यादातर लोग होम-लोन लेना पसंद करते हैं। एक बार होम लोन (गृहऋण) कंधे पर गया, तो तनाव की लकीरें लोन लेने वाले के माथे पर गहरी हो जाती हैं। ऐसे में हर कोई इसी प्रयास में रहता है कि होम-लोन को जल्द से जल्द चुकाए तो अगर आप भी समय सीमा से पहले अपना होम-लोन चुकाने की ठान चुके हैं, तो बहुत अच्छी बात है। और अगर आप बहुत जल्द होम लोन खत्म करने जा रहे हैं, तो हम आपको कुछ महत्वपूर्ण  टिप्स बताने जा रहे है | इन्हे जरूर ध्यान में रखयेगा :-

अगर आपका होम-लोन लंबे समय नहीं चल रहा है, तो उसे समय सीमा तक ही चलने दें, इससे आपको टैक्स में छूट मिलेगी। खैर अब बात करते हैं समय से पहले होम-लोन से छुटकारा पाने के लिये क्या करना चाहिये।


1) बैंक या फाइनैंस कंपनी को सूचित करना बहुत जरुरी है :-


अगर आप सोच चुके हैं कि अब आपको अपना होम लोन जल्द से जल्द खत्म करना ही है, और आपके पास पर्याप्त पैसा भी है, तो सबसे पहले बैंक, हाउंसिंग लोन कंपनी, या जिस फाइनेंस कंपनी से आपने लोन लिया है, वहां जाइये और अपना आउटस्टैंडिंग अमाउंट ूछिए। साथ ही उस पर लगने वाला ब्याज पूछना मत भूलियेगा।

2) पेमेंट करते वक्त :-


जब आप बैंक में पेमेंट करने जायें, तो एक बार क्रॉस चेक जरूर कर लें, कि कोई पैसा बाकी तो नहीं है। क्योंकि अगर बाकी रह गया, तो बैंक आपसे ब्याज समेत वसूलेगा। अच्छा होगा पेमेंट करने से पहले पूछ लें, ताकि बाद में आपको ज्यादा रकम चुकानी पड़े और काई झंझट नहीं हो।

3) प्रॉपर्टी के दस्तावेज लें :-


रकम जमा करने के तुरंत बाद आप बैंक से प्रॉपर्टी के सारे ओरिजनल डॉक्यूमेंट यानि असली दस्तावेज मांगें। खास कर यह भी देख लें कि बैंक आपके हाथ में मूल दस्तावेज़ों की प्रतिलिपि तो नही सौंप रहा है।अगर बैंक आपको प्रतिलिपि दे रहा है तो बिलकुल ले। हां बैंक आपको दस्तावेज तभी सौंपेगा, जब आप बैंक का पूरा पेमेंट क्लियर कर देगे

4) बैंक से एनओसी (ऑबजेक्शन सर्टिफिकेट) :-


बैंक से नो ऑबजेक्शन सर्टिफिकेट यानि एनओसी लेना मत भूलें। क्योंकि एनओसी ही एक मात्र प्रमाण है, जो यह दर्शाती है कि आप बैंक का सारा कर्ज चुका चुके हैं। वरना हो सकता है कि बैंक आपसे दोबारा वसूले |


5) जब ग्रहणाधिकार पत्र चाहिये हो तो :-


जब आपको ग्रहणाधिकार पत्र यानि लीन सर्टिफिकेट चाहिये हो, तो रजिस्ट्रार के नाम एक एप्लीकेशन लिखें और बैंक से एनओसी लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय जायें। वहां से आपको ग्रहणाधिकार पत्र मिलेगा।

6) ऋणभार प्रमाण पत्र :-


इनकंबरेंस सर्टिफिकेट यानि ऋणभार प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिये आपको एक महीने बाद रजिस्ट्रार ऑफिस में आवेदन करना होगा। उस वक्त आपको एनओसी की प्रतिलिपि लगानी होगी। यह प्रमाण पत्र यह दर्शाता है कि इस संपत्ति  पर सिर्फ आपका अधिकार है।

7) अपना CIBIL स्कोर चेक करें :-


अपना CIBIL स्कोर चेक करना मत भूलें। सीआईबीआईएल के कार्यालय में आपके लोन का विवरण दर्ज होता है। वहां सूचित करना जरूरी होता है।


आप सबसे अच्छा होम लोन (घर ऋणखोजने के लिए क्या करना चाहिए :-



रेग्रॉब (Regrob) आपको सबसे अच्छा संभव कीमत पर अपने सपनों का घर खरीदने में आपकी मदद करता है। और एक अच्छे होम लोन (घर ऋण) की सौदा करने की प्रक्रिया का एक प्रमुख हिस्सा है। एक अच्छा सौदा मदद करता है आप अपने पैसे बचाने के लिए और है कि आप अधिक से अधिक लाभ मिलता है।



विभिन्न प्रदाताओं के साथ मूल्य की तुलना :-


आज की दुनिया में उपलब्ध होम लोन विकल्पों की अधिकता के अलावा, आप सुनिश्चित करें कि आपको किस प्रकार का होम लोन चाहिए | और सबसे अच्छा सौदा करने के साथ उसे खत्म करने के बारे में भी सोचते है |

नंबर एक बात है कि जब आप बनाने के लिए अपने होम लोन (घर ऋण) चुनाव करते है तो सही और गलत का फैसला भी खुद ही लेते है | यह है, लेकिन स्पष्ट है। कहने की जरूरत नहीं है, तो आप ब्याज दरों में अनुसंधान के लिए किया है। प्रचलित ब्याज दर के बारे में अपने बैंक से पूरी जानकारी ले |



आपके क्रेडिट स्कोर में सुधार :-


आपका क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट इतिहास तय करता है कि आपके होम लोन के आवेदन पत्र को मंजूरी दी जाये या नही , अत: आपको अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर करना बहुत जरुरी है | अगर किसी कारन वस आपके क्रेडिट कार्ड का स्कोर ख़राब है तो आपको बैंक कि मदद लेनी चाहिए | बैंक आपकी मदद जरूर करेगा |


विभिन्न उधारदाताओं के साथ :-


जब आप कपडे या कुछ ओर जरूरत का सामान खरीदने किसी शॉपिंग मॉल में प्रवेश करते हो, तो पहले आप सामान को अच्छी तरहा से परखते है, अगर आपको फिर भी वो पसंद नही आता तो आप कुछ दुकानों पर ओर देखेगे, और जो सबसे ज्यादा पसंद आये उस पर ही आप अपनी मेहनत से कामये हुए पैसो को खर्च करने के बारे में सोचते है |


इसी प्रकार, आपके पास होम लोन लेते वक़्त भी ये विकल्प होता है, होम लोन लेने से पहले आपको कम  से कम 4-5 बड़े बैंको के बीच तुलना करनी चाहिए | सिर्फ न्यूनतम ब्याज दर के आदर पर ही चयन करे




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Monday, 9 January 2017

होम लोन कितने समय के लिए लें :-



आप अपनी सुविधा के अनुसार लोन की अवधि का चुनाव कर सकते हैं, लोन की अवधि सामान्ये रूप से तीन प्रकार की होती है, लॉन्ग टर्म, मिड टर्म या फिर शॉर्ट टर्म।


लॉन्ग टर्म लोन 


लॉन्ग टर्म लोन में आपको लोन चुकाने के लिए सबसे अधिक समय दिया जाता है, लेकिन इसमें यह शर्त होती है कि अगर आपने समय से पहले लोन चूका दिया तो आपको पेनल्टी देनी पड़ेगी।

शॉर्ट टर्म लोन


जिस समय माकेर्ट में इंटरेस्ट रेट ज्यादा हो, तब शॉर्ट टर्म लोन लेना सही रहता है। हालांकि तब आपकी ईएमआई की रकम बढ़ जाएगी। अगर आप शॉर्ट टर्म लोन नहीं लेना चाहते, तो मिड टर्म की बजाय लॉन्ग टर्म लोन लें। ऐसे में ध्यान रखें कि ब्याज दर फ्लोटिंग हो, फिक्स नहीं, क्योंकि ब्याज दर में बढ़ोतरी ज्यादा लंबे समय के लिए नहीं रहती।

इसके अलावा, आप यह भी तय करे  कि आप हर महीने लोन की ज्यादा से ज्यादा कितनी किस्त चुका सकते हैं,  इसके आधार पर यह भी तय करना होगा कि आप कम से कम कितने सालों के लिए लोन ले रहे है । ज्यादा ब्याज दर की स्थिति में शॉर्ट टर्म लोन लेने से यह फायदेमंद होगा कि ईएमआई में प्रिंसिपल अमाउंट ज्यादा होगा और नेट ब्याज दर कम हो, लेकिन मासिक क़िस्त (ईएमआई) की रकम सामान्य से ज्यादा होगी।

घर को लेकर प्रत्येक व्यक्ति की जरूरतें एक जैसी नहीं होतीं। किसी को नया घर चाहिए, तो किसी को पुराने घर की ही मरम्मत करानी है, कोई ज्यादा मासिक क़िस्त (ईएमआई) देकर जल्दी से जल्दी लोन से छुटकारा पाना चाहता है, तो कोई व्यक्ति ज्यादा ईएमआई नहीं दे सकता। फाइनैंसर्स ने भी इन जरूरतों और सीमाओं को समझा है, इसी लिए तो माकेर्ट में होम लोन से जुड़े कई विकल्प उपलब्ध हैं :-

हाउसिंग लोन 



इसका दायरा अपने आप में काफी लंबा-चौड़ा है। यह बात सिर्फ इतनी-सी ही नहीं है कि आपको घर खरीदना है, बैंक में लोन के लिए एप्लॉई किया, पैसा मिला और आपने घर खरीद लिया। बैंक और फाइनैंस कंपनियों में कई तरह के हाउसिंग लोन उपलब्ध हैं। कोई भी व्यक्ति अपनी जरूरत के अनुसार लोन का चुनाव कर सकता है। अलग-अलग स्थितियों में अलग-अलग तरह के लोन फायदेमंद रहते हैं। इसके अलावा, कंपनियां अपने लोन को पॉपुलर बनाने के लिए फ्री प्रॉपर्टी इंश्योरेंस या फ्री एक्सिडेंट इंश्योरेंस जैसे ऑफर भी देते हैं। हाल तक, टीजर लोन जैसी स्कीमें भी दी जा रही थीं, जिन्हें रिजर्व बैंक की सख्ती पर ज्यादातर बैंकों ने वापस ले लिया है।

घर के लिए लोन लेने की हर व्यक्ति की जरूरत एक जैसी नहीं होती। किसी को घर खरीदना है, तो किसी को उसकी मरम्मत करानी है, कोई फिक्स्ड रेट पर ही इंटरेस्ट देना चाहता है, तो कोई बाजार भाव के अनुसार मासिक क़िस्त (ईएमआई) कम या ज्यादा करने को तैयार है। इन जरूरतों को पहचानते हुए बैंक/फाइनैंस कंपनियों ने तरह-तरह के लोन मार्केट में उपलब्ध कराए हैं, जैसे - घर खरीदने के लिए लोन, मरम्मत के लिए, होम एक्सटेंशन, जमीन खरीदने के लिए, होम कन्वर्सन लोन आदि। ब्याज दरों के आधार पर लोन फिक्स्ड, फ्लोटिंग, हाइब्रिड, स्टेप-अप, स्टेप-डाउन कई तरह के हो सकते हैं।

फिक्स्ड या फ्लोटिंग


होम लोन के लिए आवेदन करते समय सबसे पहली दुविधा यह होती है कि फिक्स्ड ब्याज दर पर लोन लिया जाए या फ्लोटिंग ब्याज दर पर।

फिक्स्ड :-


फिक्स्ड रेट के मामले में लोन की ब्याज दर पूरे समय एक ही रहती है और बाजार में ब्याज दर घटने का लाभ नहीं मिलता। हालांकि अच्छा यह है कि ब्याज दर बढ़ने का भी कोई असर नहीं पड़ता। फिक्स्ड रेट भले ही आदर्श नजर आए, लेकिन इसके नुकसान भी हैं। इस तरह का लोन देते समय फाइनैंसर यह अधिकार अपने पास सुरक्षित रखता है कि एक तय समय सीमा के बाद वह ब्याज दर बढ़ा सकता है। इस प्रकार के लोन आमतौर पर फ्लोटिंग की तुलना में कुछ महंगे भी होते हैं।

फ्लोटिंग :-


फ्लोटिंग रेट के मामले में लोन की ब्याज दर बाजार पर निर्भर होती है। नतीजतन, लोन लेने वाले व्यक्ति को अपनी योजना से भी ज्यादा रकम ब्याज के रूप में देनी पड़ सकती है।

हाइब्रिड लोन :-


होम लोन फिक्स्ड ब्याज दर पर लें या फ्लोटिंग पर? इस उधेड़बुन पर विराम लगाने के लिए अब बैंक ग्राहकों को हाइब्रिड लोन भी देने लगे हैं। इसमें ग्राहक यह तय कर सकते हैं कि वे कुल लोन की कितनी रकम को किस तरह की ब्याज दर पर बैंक से लेना चाहते हैं। हाइब्रिड लोन दो तरह के होते हैं। पहला तो यह कि आप कुछ राशि का भुगतान फिक्स्ड रेट पर करें और बाकी का फ्लोटिंग पर। दूसरा यह कि आप नियमित समय जैसे- पांच साल के लिए पूरी रकम को फिक्स्ड रेट पर ले लें। इसके बाद यह टाइम खत्म होते ही आपके लोन पर उस समय का फ्लोटिंग रेट लागू हो जाएगा।

क्या ये सही रहेगा आपके लिए :-


जो लोग, किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहते, वे सम्पूर्ण लोन का 80 प्रतिशत रकम का रीपेमेंट फिक्स्ड रेट पर कर सकते हैं। जो लोग ब्याज दर में गिरावट का फायदा उठाना चाहते हैं, उन्हें अधिक से अधिक रकम फ्लोटिंग रेट पर लेनी चाहिए। जो कुछ तय नहीं कर पा रहे है, वे लोग बीच का रास्ता चुन सकते हैं, यानी आधी रकम का भुगतान फिक्स्ड रेट पर कर दे और आधी रकम का भुगतान फ्लोटिंग रेट पर कर दे।

फायदा :-


इस तरह की स्कीम को हाउसिंग लोन की सबसे सुरक्षित स्कीम कहा जा सकता है, क्योंकि इससे फ्लोटिंग और फिक्स्ड दोनों तरह की ब्याज दर का फायदा मिलता है। इस तरह के लोन में ब्याज दर में बदलाव से प्रभावित होने का डर काफी कम होता है। साथ ही, अगर ब्याज दर कम होती हैं, तो इसका लाभ भी मिलता है।

स्टेप अप लोन :-


स्टेप अप लोन से मतलब ऐसे लोन से है, जिसमें आपको शुरुआती सालों में मासिक क़िस्त (ईएमआई) के रूप में कम रकम देनी होती है। जैसे-जैसे समय गुजरता है, यह रकम बढ़ती चली जाती है। दरअसल, यह एक ऐसी सुविधा है, जिसके अंतर्गत लोन देने वाली कंपनी आने वाले सालों में आपकी इनकम में बढ़ोतरी का पूर्वानुमान लगा लेती है और उसी हिसाब से आपको लोन री-पेमेंट का शेड्यूल मुहैया कराती है, जो सीधे-सीधे आपकी सैलरी में बढ़ोतरी से जुड़ा होता है। यह लोन की रकम और फाइनैंस कंपनी पर निर्भर करता है कि शुरुआत में आप कितनी कम ईएमआई देते हैं और पहले से तय समय बाद इसमें कितनी बढ़ोतरी होती है। इस स्कीम के अनुसार आप ज्यादा रकम का लोन ले सकते हैं।

ये किनके लिए ज्यादा सही है :-


स्टेप अप लोन उन लोगों के लिए ज्यादा सही विकल्प रहता है, जो फिलहाल के समय में ज्यादा ईएमआई नहीं चुका सकते। ये लोग नौकरी के शुरुआती सालों में हो सकते हैं या फिर इन्होंने हाल में ही अपना बिजनेस शुरू किया हो सकता है। यह सुविधा आमतौर पर ऐसे नौकरीपेशा और प्रफेशनल्स को ही दी जाती है, जो करियर में स्टेबल होते हैं। साथ ही जिनकी जॉब का माहौल व सैलरी पैकेज और ज्यादा बेहतर होने की संभावनाएं तेज होती हैं। भविष्य में सैलरी में बढ़ोतरी की कैलकुलेशन करते समय आपसे कई सवाल पूछे जाएंगे, जैसे : आपकी वर्तमान सैलरी, एजुकेशनल बैकग्राउंड, जॉब की नेचर आदि। इनके आधार पर जॉब के लिए आपकी योग्यता 30 पर्सेंट तक बढ़ सकती है।


क्या हानि हो सकती है :-


सभी जानते है कि अगर किसी स्किम का कोई फायदा है तो नुकसान भी होता ही है | वह यह है कि इंटरेस्ट रेट रिस्क के प्रति आपको ज्यादा संवेदनशील रहना होगा, क्योंकि कम मासिक क़िस्त (ईएमआई) के शुरुआती सालों में आपको ब्याज ज्यादा देना पड़ता है और प्रिंसिपल कम। अगर इस दौरान हाउसिंग लोन पर इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी होती है, तो आपको ब्याज के रूप में ज्यादा रकम देनी होगी, क्योंकि आपका प्रिंसिपल अमाउंट ज्यादा बाकी रहेगा।

स्टेप डाउन लोन :-


स्टेप डाउन लोन की प्रक्रिया स्टेप अप लोन से एकदम विपरीत होती है। इस तरह के लोन में शुरुआत में ईएमआई ज्यादा होती है, जो बाद के वर्षों में कम कर दी जाती है।

यह किनके लिए सही है :- स्टेप डाउन लोन ऐसे लोगों के लिए सही रहता है, जो रिटायरमेंट के करीब हों। वे अपनी आमदनी के चरम पर होते हैं। हालांकि रिटायरमेंट के बाद उनकी यह इनकम घटने की पूरी संभावना होती है, जिससे ईएमआई चुकाने की उनकी क्षमता भी कम हो जाती है।


इसके अतिरिक्त होम लोन के प्रकार 

जमीन खरीदने के लिए लोन ( ऋण ) :-


जमीन खरीदने के लिए जो भू-ऋण लिया जाता है, ताकि आप उस भूमि पर अपने घर का निमार्ण कर सके। ज्यादातर बैंक जमीन की कीमत का 85% ऋण प्रदान करते हैं। इस प्रकार के रूप में अच्छी तरह से निवेश के उद्देश्यों के साथ-साथ आवासीय प्रयोजनों के लिए लाभ उठाया जा सकता है। इस देश में  लगभग सभी प्रमुख बैंकों में सक्रिय आईसीआईसीआई बैंक (भूमि ऋण), एक्सिस बैंक (भूमि खरीद के लिए ऋण) इसी रूप में ऋण प्रदान करते हैं।


घर खरीदने के लिए ऋण :-


जब आप कोई बनाबनाया घर या फ्लैट खरीदने के लिए ऋण बैंक में आवेदन करते है तो बैंक आपको उसी घर या फ्लैट के आधार पर ही ऋण प्रदान करता है |
इसके अलावा, सबसे लोकप्रिय और सबसे अधिक उपलब्ध होम लोन वेरिएंट। यह एक नई आवासीय संपत्ति या यहां तक कि एक पट्टे पर संपत्ति की खरीद के वित्तपोषण के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

ऋण के इस प्रकार में, इसके अलावा, उधारदाताओं को आम तौर पर घर की कीमत का लगभग 85% वित्त दिया जाता है। इस प्रकार के लोन पर बैंक आपको   फिक्स्ड ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करता हैं |




घर सुधार ऋण :-



घर सुधार ऋण आम तौर पर व्यक्तियों, जो पहले से ही एक घर के मालिक हैं, लेकिन उनके पास उनकी पसंद के अनुसार ये अपने घर को  अच्छी अवस्था में लाना करने के लिए पर्याप्त धन नहीं है। घर कि मरम्मत और मरम्मत कार्यों के सभी प्रकार के इस तरह के आंतरिक और बाहरी चित्रकला, बाहरी मरम्मत कार्य, बिजली का काम, पानी अशुद्धि जाँच और भूमिगत या भूमि के ऊपर पानी की टंकी का निर्माण, और इतने पर जैसे होम लोन के इस संस्करण का उपयोग कर वित्त पोषण किया जा सकता है।



एनआरआई आवास ऋण :-



जो लोग भारत से बहार विदेशो में जॉब या कोई कारोबार करते है और ये लोग भारत भारत में स्थायी रूप से कोई संपत्ति या घर खरीदना चाहते है,
जो भारत में आवासीय संपत्ति खरीदने के लिए आवास वित्त प्राप्त करने में अनिवासी भारतीयों की सहायता के लिए विकसित किया गया है।


स्टाम्प ड्यूटी ऋण :-


स्टाम्प ड्यूटी ऋण के क्रम में एक संपत्ति की खरीद पर स्टांप ड्यूटी शुल्क बंद का भुगतान करने में प्रदान की जाती हैं। इस ऋण से राशि इस उद्देश्य के लिए पूरी तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इस प्रकार के होम लोन ने अभी तक भारतीय बाजारों में कोई खाश लोकप्रियता हासिल नहीं किया है।




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Saturday, 7 January 2017

आपको होम लोन के विषय में अच्छा सौदा पाने के लिए ब्रोकर की जरूरत क्यों पड़ती है:-


Regrob की तरफ से आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये |



होम लोन लेते समय आपकी एक गलती आपकी होम लोन लेने की अर्ज़ी रद हो सकती है, इसलिए आपको घर खोजने से पहले अच्छे ब्रोकर को खोजना चाहिए | जो आपकी हर प्रकार से सहायता करेगा |  जिससे आपको बहुत मदद मिलेगी, जैसे की कुछ भी खरीदने से पहले या कुछ भी काम करने से पहले किसी सुझाव देने वाले की जरूरत होती है, ठीक उसी प्रकार यह भी आपको सुझाव कर्मी की अवयस्कता होगी |


ब्रोकर आपको होम लोन दिलाने के साथ-साथ बैंक को भी आपके बारे में सकारात्मक प्रदर्शित करते है, और आपके ग्रह ऋण को काम से काम ब्याज दर कम करने की पूरी कोसिस करते है |

ध्यान रक्खे की ब्रोकर प्रोफेसनल होना चाहिए जिसको  होम लोन के बारे में पूरी जानकारी हो |
आपकी एक गलती आपके होम लोन की प्रकिर्या को बहुत लंबा कर सकता है, इसको पूरा करने में महीनो का समय भी लग सकता है, इस प्रकिर्या को जल्दी पूरा करने के लिए ब्रोकर की बहुत पड़ती है, क्योकि ब्रोकर को पता होता है कि कब किस प्रकिर्या को अंजाम देना होता है, 


आप ऑनलाइन सर्चिंग करके भी इतनी जानकारी नही ले सकते जितनी जानकारी आपको ब्रोकर के दुवारा मिल जायगी | एक बेहतर ब्रोकर आपको ग्रह ऋण के साथ साथ ग्रह के बारे में भी जानकारी देता है, जैसे कि जो घर आपको खरीदना है उस पर कितना होम लोन मिलेगा | और वो घर जायद पुराना तो नही है इस बारे में भी जानकारी देता है | एक अच्छा घर लेने में इससे आपको काफी मदद मिलेगी, ब्रोकर आपको बतायगे कि आप अपने होम लोन कि क़िस्त का कैसे भुगतान करना चाहिए | जिससे आपको काफी फायदा होगा |

उसके लिए आपको कोई ज्यादा चार्ज नही देना होता है,क्योकि ब्रोकर का खर्च इतना ज्यादा नही आता, और इसमे वो ही लोग शामिल होते हैं। जो बैंक से जुड़े होते है, इस मामले में एक ब्रोकर की सलाह लेना बहुत बुद्धिमानी का काम है।
एक ब्रोकर इस लंबी जानकारी प्रक्रियाओं को छोटा करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

ब्रोकर आपको बतायगे की बैंक आपसे कोई अतिरिक्त शुल्क तो नही वसूल रहा है, क्योकि बहुत से बैंक कर्ज़दारों से अतिरिक्त शुल्क लेलेता है और कर्ज़दारों को इस शुल्क का पता भी नही चल पाता |

वे लागत कि ऋणदाता द्वारा चार्ज नहीं कर रहे हैं के लिए योजना बना सकते हैं। अतिरिक्त लागत शीर्षक बीमा, अचल संपत्ति हस्तांतरण करों और संपत्ति कर और होम ओनर  बीमा के लिए आवश्यक एसक्रोव्स में शामिल हैं।

ब्रोकर यह सुनिश्चित करता है कि ऋणदाता, ऋण  लेने वाले ले लिए क्या क्या सुविधा प्रदान करता है | इस प्रकार यह एक होम लोने चुनने के लिए, या पहले से होम लोन  लिया हो तो उसमे भी आपको मदद मिल सकती है |

ये आपकी ब्याज दर कम करने में आपकी मदद करेगे | यदि आप लंबी अवधि के लिए ऋण योजना बना रहे है, जैसे कि आपको 20 - 30 साल के लिए होम लोन लेने कि जरुरत है तो इसमे भी ब्रोकर आपकी पूरी मदद करेगे | क्योकि अधिकतर बैंक ज्यादा लंबे समय के लिए कोई भी लोन प्रोवाइड नही करता |

एक ब्रोकर बेहतर जानते हैं कि होम लोन लेने के लिए कौन-कौन से दस्तावेजो की आवश्यक होती है, सभी बंधक को इन दिनों काफी अधिक प्रलेखन की आवश्यकता है। ब्रोकर को ही पता लगाना होता है कि आपके लिए क्या आवश्यक है और क्या नही, और इस प्रकार अच्छी तरह से उपलब्ध कराने के लिए  ब्रोकर हमेशा तैयार रहते है ।

एक ब्रोकर को ही बेहतर तरीके से पता होता है कि होम लोन के लिए कैसे डील कि जाती है, ब्रोकर ही आपको ऑनलाइन प्रकिर्याओ के बारे में बतायगे |
ऑनलाइन प्रकिर्या पूरी करने के बाद आपको एक फ़ोन कॉल या ईमेल के माध्यम से मैसेज प्राप्त होता है, ये सब कैसे होता है इन सब के बारे में भी आपको पूरी जानकारी दी जायगी |
ये आपको ये भी बतायगे कि आप किस प्रकार अपने कारोबार में कैसे व्रद्धि कर सकोगे |


1)ग्रह का निरिक्षण :-



घर खरीदना किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा वित्तीय निवेश होने की संभावना है, यह वास्तव में एक अच्छा विचार है, प्रोफेसनल ब्रोकर घर खरीदने से पहले घर का निरीक्षण करना बहुत जरुरी है, घर निरीक्षण करने में कोई ज्यादा खर्च नही होता, आम तोर पर ये कार्ये सभी को करना चाहिए |


2) मूल्यांकन की फीस :-



इससे पहले कि आप एक घर खरीद लो आपको ये जानना बहुत आवस्यक है कि अपने ऋणदाता / बैंक / बैंकिंग संस्था संपत्ति एक व्यावसायिक अचल संपत्ति मूल्यांक द्वारा मूल्यवान है, भी या नही | ऋणदाता, बैंकों और बैंकिंग संस्थाओं, इस तरह के मूल्यांकन का उपयोग जब पैसे की राशि होम लोन लेने वाले या ग्राहकों की पेशकश करने के लिये निर्धारण निर्धारण करते है।


3) डील बंद करने की लागत :-



जब अपने अपने सभी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिये बैंक में जाते है तो, बैंक सभी मिश्रित फीस को अलग अलग टुकड़ो में विभाजित कर देता है  । जैसे- रिकॉर्डिंग की फीस, सर्वेक्षण फीस, और शीर्षक बीमा फीस लागत-कर शामिल हो सकते हैं। समापन लागत आमतौर पर बंधक ऋण की राशि, या यहां तक कि किसी भी घर के ऋण खाते के 3 के बीच 2% रेंज के होते है ।


4) फर्नीचर :-



एक बार अपने नए घर में अमूल्य फर्नीचर को भी ध्यान में रखना बहुत जरुरी है | आपको अपने नए घर के सभी चीज़ों को धयान में रखते हुए, जैसे अपने पुराने सोफे और भोजन कक्ष, बेड, दीपक, और टेबल अक्सर अतिरिक्त कमरे, बहुत जल्दी से जोड़ सकते हैं, इससे आपका घर और भी आकर्षक लगेगा |
आकर्षक घर को सभी पसंद करते है |
  

5) पूरक बीमा :-



ब्रोकरों ने भी इस पर चेतावनी दी है।
उपभोक्ताओं को अवगत कराये गए बाढ़ क्षेत्रों में अपने घर के लिए पूरक बिमा पॉलिसी करने चाहिए| जिससे आपको प्राकृतिक तोर पर हुई हानि से सरकार आपकी मदद कर सके, इससे आपको हुई हानि का पूर्ण लाभ होगा|



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